Gold Rate Today: सोने के भाव में गिरावट चांदी के भाव में गिरावट के मुकाबले थोड़ी कम है। पिली धातु को पसंद करने वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए हम कह सकते हैं कि यह अच्छा मौका है। खरीदारी के लिए आप चाहें तो सोना और चांदी में थोड़ा और समय ले सकते हैं। वैसे तो सोने के भाव ज्यादा कम होने वाले नहीं है। शेयर भजार के भाव में सर्राफा के भाव में फर्क होता है। हाजिर में हम खरीदारी करते हैं तो कई तरह का अतिरिक्त शुल्क लगता है। ऐसे में हाजिर में सोना महंगा हो जाता है।

गहना खरीदार जरूर करें ये काम

गहना बनाने वाले लोगों को ध्यान रखना चाहिए की सोनार मोती कमाई कर रहे हैं। 24 कैरेट की कीमत लेने के बाद भी मेकिंग चार्ज करते हैं। जबकि 22 कैरेट में मेकिंग आ जाती है। 18 कैरेट के गोल्ड में आप मेकिंग के साथ सिर्फ 18 कैरेट की ही कीमत दें।

सोने चांदी के भाव में गिरावट

पिछले कुछ दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में एक बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जिससे उन खरीदारों के लिए एक सुनहरा अवसर पैदा हो गया है जो दिवाली और शादी के सीज़न के बाद खरीदारी का मन बना रहे थे। यह गिरावट उन निवेशकों के लिए भी राहत लेकर आई है जो ऊंची कीमतों के कारण बाजार से दूर थे। विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के कई कारण हैं, जिनमें प्रमुख रूप से मुनाफा वसूली, भू-राजनीतिक तनाव में कमी और अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना शामिल है।

सोने में कमाई का अवसर

हाल ही में, सोने-चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थीं। कीमतों में इस तेज उछाल के बाद, कई निवेशकों ने अपने निवेश को भुनाना शुरू कर दिया, जिसे ‘प्रॉफिट बुकिंग’ कहा जाता है। जब बड़ी संख्या में निवेशक एक साथ मुनाफा कमाने के लिए अपनी होल्डिंग्स बेचते हैं, तो बाजार में आपूर्ति बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में गिरावट आती है। यह एक सामान्य बाजार गतिविधि है जो अक्सर रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद होती है।

अमेरिकी डॉलर ने बनाई बढ़त

अमेरिकी डॉलर और सोने की कीमत का एक विपरीत संबंध होता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर-आधारित सोने की कीमतें गिर जाती हैं। हाल ही में, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के रुख और आर्थिक डेटा के कारण डॉलर मजबूत हुआ है, जिसने सोने पर दबाव बनाया है। यह भी एक प्रमुख कारण है कि सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।

Gold खरीदारों के लिए गोल्डन चांस

जो लोग लंबे समय से सोने या चांदी में निवेश का विचार कर रहे थे, उनके लिए यह गिरावट एक बेहतरीन अवसर प्रदान करती है। नवंबर का महीना, जिसमें धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों के बाद भी खरीदारी की रौनक बनी रहती है, अक्सर कीमतों को प्रभावित करता है। फिलहाल, कम कीमतें खरीददारों को आकर्षक रिटर्न का मौका दे रही हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना ​​है कि लंबी अवधि में सोने और चांदी के भाव फिर से बढ़ सकते हैं।