कर्मचारी भविष्य निधि संगठन संगठित तथा असंगठित दोनों क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए लाभकारी सरकारी संस्थान है। अब आ रही खबर के अनुसार यह संगठन दोनों ही क्षेत्रों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए अपनी पेंशन योजना का विस्तार कर सकता है। जो योजना प्रस्तावित है। वह व्यक्तिगत योगदान पर आधारित होने की संभावना जताई जा रही है। असल में सरकार इस योजना के जरिये प्रत्येक कर्मचारी को 60 वर्ष की आयु तक पहुँचने के बाद न्यूनतम 3,000 रुपये की पेंशन देना चाहती है।

काफी कमियां भी होंगी ठीक

मौजूदा योजना को यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) का नाम दिया गया है। यह वर्तमान कर्मचारी पेंशन योजना की कमियों को सुधारने का कार्य कर रही है। यदि इस योजना को स्वीकार कर लिया जाता है तो असंगठित क्षेत्र के कर्मचारी भी कोई भी धनराशि जमा करके एक निश्चित धनराशि पाने के हकदार हो जाएंगे।

कई प्रकार की पेंशन होंगी शामिल

आपको बता दें कि नई यूनिवर्सल पेंशन स्कीम में कई प्रकार की पेंशन को शामिल किया जा सकता है। इनमें विकलांगता पेंशन, विधवा पेंशन, सेवा निवृत्ति पेंशन आदि शामिल हो सकती हैं। इस प्रकार से देखा जाये तो इस नई स्कीम से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक का ध्यान रखा गया है। हालांकि यह भी कहा जा कि इस पेंशन को पाने के लिए सेवा की न्यूनतम अर्हक अवधि को 10 वर्ष से बढ़ाकर 15 वर्ष किया जा सकता है। इसके अलावा यदि किसी कर्मचारी की मृत्यु 60 वर्ष से पहले हो जाती है तो उसके परिवार को नई योजना पेंशन प्रदान करेगी।

3000 रुपये पाने के लिए करना होगा यह कार्य

केंद्रीय न्यासी बोर्ड की एक समिति ने कहा है कि “3 हजार रुपये की पेंशन पाने के लिए लगभग 5.4 लाख रुपये का न्यूनतम संचय आवश्यक है। इसके अलावा सदस्य लोग स्वेच्छा के योगदान करने के लिए तथा ज्यादा पेंशन पाने के लिए काफी बड़ी राशि जमा करने का विकल्प भी चुन सकते हैं। आपको बता दें कि वर्तमान में नियोक्ता के योगदान से 8.33 प्रतिशत पेंशन योजना में जमा किया जाता है। जो 15,000 रुपये के कैप के आधार पर 1,250 रुपये प्रति माह की सीमा के आधीन होता है।