आपको बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार की “अन्नपूर्णा किट योजना” का संचालन फिलहाल चलता रहेगा। अतः गरीब परिवारों को फ़ूड किट मिलती रहेगी। बता दें कि इसका अनुबंध एक वर्ष के लिए उसी दौरान हुआ था लेकिन वर्तमान सरकार चाहे तो इसमें बदलाव कर सकती है। जानकार लोगों का कहना है कि योजना पेट से जुडी है अतः हो सकता है कि इसको और भी ज्यादा बेहतर बनाने की कोशिश की जाए लेकिन इसको बंद नहीं किया जा सकता है। फिलहाल रसद विभाग लाभार्थियों को इसकी किट बांट रहा है।

1 वर्ष तक मिलती रहेगी किट

आपको बता दें कि विभिन्न एजेंसियों से फ़ूड वितरण का अनुबंध हुआ है। यह अनुबंध 1 वर्ष का है लेकिन यदि सरकार चाहे तो इसमें कुछ बदलाव भी कर सकती है। अतः यह साफ है कि मुख्यमंत्री अन्नापूर्णा किट योजना का संचालन होता रहेगा तथा लाभार्थियों को किट मिलती रहेगी। राजस्थान में बीजेपी की सरकार आने के बाद में जनता में यह आशंका पैदा हो गई थी की मुख्यमंत्री अन्नापूर्णा किट योजना अब बंद हो गई है तथा अब आगे गरीब लोगों को मुफ्त अनाज तथा अन्य सामग्री नहीं मिल सकेंगी। माना जा रहा है कि पहले किट पर अशोक गहलोत की तस्वीर आती थी और अब आगे राजस्थान के नए सीएम की तस्वीर किट पर आ सकती है लेकिन इस सम्बन्ध में अभी कोई आदेश नहीं दिया गया है।

इस प्रकार से शुरू हुई थी योजना

आपको बता दें कि 15 अगस्त क कांग्रेस सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी और इस योजना का लाभ देने के लिए सरकार ने राहत शिविर भी लगवाए थे। जिले से 5.50 लाख परिवारों ने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद में सरकार ने एजेंसियों को राशन का टेंडर दिया था और 1 वर्ष का अनुबंध किया था लेकिन चार माह बाद ही राज्य में सरकार बदल गई और बीजेपी सत्ता में आ गई है। अब इस राहत सामग्री को 1260 डीलरों तक पहुंचाया जाएगा। अब जिले में कई स्थानों पर आपूर्ति में देर हो रही है। जिसकी शिकायत लाभार्थी कर रहें हैं।