नई दिल्ली। पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की गई, लेकिन इस बार उन्हें करारा जवाब मिला। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ‘आकाश’ (Akash) ने पाकिस्तान के दो फाइटर जेट्स — एक F-16 और एक JF-17 को मार गिराया। इस ऑपरेशन में भारत का कोई भी लड़ाकू विमान क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, जो भारत की तकनीकी बढ़त और सतर्कता का प्रमाण है।

क्या हुआ था?

भारतीय सेना के अनुसार, 5 मई की रात, पाकिस्तान के दो फाइटर जेट्स ने भारतीय सीमा के पास संदिग्ध गतिविधि शुरू की। जैसे ही ये विमानों ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास उड़ान भरी, भारतीय रडार सिस्टम ने उन्हें ट्रैक कर लिया। खतरे को देखते हुए भारत की एयर डिफेंस यूनिट ने आकाश मिसाइल सिस्टम को सक्रिय किया।

कुछ ही मिनटों में आकाश मिसाइल दागी गई, जिसने सटीक निशाना लगाते हुए JF-17 को हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके बाद दूसरे विमान F-16 को भी टारगेट किया गया, जो सीमा पार करते समय नीचे गिर गया। इससे यह साफ है कि भारत की वायु सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह सक्रिय और सक्षम है।

JF-17 और F-16 पर एक नजर

JF-17: चीन-पाकिस्तान द्वारा मिलकर तैयार किया गया हल्का लड़ाकू विमान है। इसकी क्षमताएं सीमित हैं और इसे आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक जामिंग या उन्नत मिसाइल हमलों के खिलाफ बचाव में कमजोरी मानी जाती है।

F-16: अमेरिका निर्मित यह विमान पाकिस्तान की वायुसेना की रीढ़ माना जाता है, लेकिन भारत के उन्नत सिस्टम के सामने यह भी टिक नहीं सका।

‘आकाश’ एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत
‘आकाश’ भारत में निर्मित एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इसकी

खासियतें:

मारक क्षमता: 25–30 किलोमीटर तक

सटीक निशाना: आधुनिक रडार और ट्रैकिंग सिस्टम से लैस

मल्टी-टारगेट सिस्टम: एक साथ कई लक्ष्यों को भेदने की क्षमता

100% स्वदेशी: इसे DRDO ने विकसित किया है और इसे भारतीय सेना और वायुसेना में शामिल किया गया है।

यह वही सिस्टम है जिसने पहले भी कई बार दुश्मन की घुसपैठ को नाकाम किया है।

वीडियो सामने आया: JF-17 के मलबे की पुष्टि

सोशल मीडिया पर जो वीडियो सामने आया है, उसमें गिरते हुए विमान और धुएं का गुबार साफ देखा जा सकता है। वीडियो की जाँच के बाद यह साफ हुआ है कि वह विमान JF-17 था। इसमें विमान के मलबे और आग की लपटों के साथ लोगों की हलचल भी देखी गई।

भारत का संदेश साफ: जवाब सटीक और तगड़ा होगा

इस कार्रवाई से एक बार फिर साफ हो गया है कि भारत किसी भी घुसपैठ या आतंकी समर्थन को बर्दाश्त नहीं करेगा। हमारी सेना पूरी तरह तैयार है और तकनीक के मोर्चे पर हम किसी से पीछे नहीं हैं।

 

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