नई दिल्ली:  कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस के तेज तर्रार नेता नवजोत सिंह सिद्धू पटियाला जेल से रिहा हो गए हैं। रिहा होते ही सिद्दू अपने पुराने अंदाज में नज़र आए। नवजोत सिंह सिद्धू जेल से रिहा होते ही केंद्र और पंजाब सरकार को आड़ेहांथों लिया। दरअसल नवजोत सिंह सिद्दू की सुरक्षा में कटौती की गई है जिससे वे खफा हो गए हैं। सिद्धू ने सरकार पर ताना मारते हुए कहा कि “पहले एक सिद्धू को मरवा दिया, अब दूसरा भी मरवा दो।“ शनिवार को सिद्धू जैसे ही जेल से रिहा हुए तो सरकार ने सिद्धू की सुरक्षा में कटौती करते हुए Z+ की बजाय Y स्तर की सुरक्षा कर दी।

सिद्धू ने कहा उन्हें मरने से डर नहीं लगता है।
नवजोत सिंह सिद्धू की सरक्षा में सरकार ने जब कटौती की तो वे भड़क गए। इस पर वे केंद्र की बीजेपी सरकार और पंजाब की आप सरकार पर ज़बरदस्त हमला है। सिद्दू ने संविधान को अपना ग्रंथ बताते हुए कहा कि “हर ओर तानाशाही की जा रही है, जो संस्थाएं संविधान की ताकत थी उन्हें गुलाम बनाया जा रहा है।” इतने में सिद्धू का गुस्सा नहीं थमा उन्होंने कहा कि, ‘मैं घबराता नहीं हूं, ना ही मौत से डरता हूं। क्योंकि मैं जो कुछ कर रहा हूं पंजाब की आने वाली पीढ़ी के लिए संघर्ष कर रहा हूं।“

केंद्र और पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि, “आज लोकतंत्र बेड़ियों में जकड़ा हुआ है।” केंद्र की भाजपा सरकार पंजाब में हार को बरदास्त नहीं कर पा रही है, वह पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश रच रही है। सिद्धू ने कहा कि, “पंजाब देश की ढाल है जिसे तोड़ने की कोशिश की जा रही है,” पंजाब के अल्पसंख्यकों के खिलाफ केंद्र की निरंकुश सरकार साजिश करने में लगी है।“ कांग्रेस नेता ने कहा कि, “पंजाब में कानून व्यवस्था को लेकर समस्या पैदा की जाती है, फिर उसको नियंत्रित करने की कोशिश की जाती है,” सिद्धू ने आगे कहा कि, जो पंजाब को कमजोर करने की साजिश हो रही है उससे भाजपा खुद भी कमजोर हो जाएंगी।“ केंद्र के साथ सिद्धू ने पंजाब सरकार और मुख्यमंत्री मान पर हमला करते हुए उन्हें अखबारी मुख्यमंत्री करार दिया है।