इस समय पूरे देश में अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर को लेकर उत्सुकता है, इसी बीच महाराष्ट्र के मुस्लिम धर्मगुरु और समाजसेवी ने अयोध्या में मस्जिद निर्माण की पहल की है। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए जमीन करवाई थी। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के मुस्लिम धर्मगुरु और समाजसेवी की पहल पर मस्जिद के डिजाइन को बदला गया है। और अब इस मस्जिद के निर्माण के लिए पैसे जुटाने की कवायद शुरू हो गई है। सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इसके निर्माण में आने वाली लागत के लिए चंदा जुटाने जल्द ही खाड़ी के देशों का दौरा करेंगे।

चेयरमैन जुफर फारुकी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बदले हुए डिजाइन के मुताबिक सबसे पहले एक एकड़ जमीन पर मस्जिद का निर्माण करवाया जाएगा, फिर बाद में अस्पताल व अन्य निर्माणों के बारे में निर्णय करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इस मस्जिद परिसर के निर्माण में लगभग सत्तर से अस्सी करोड़ रुपये की लागत लगेगी। इस मस्जिद के निर्माण के लिए बारे में बताते हुए उन्होंने आगे कहा, मस्जिद परिसर के निर्माण के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से समाजसेवियों ने आर्थिक मदद देना शुरू कर दी है।

अब जल्द ही विदेश से चन्दा लेने के लिए फॉरेन कण्ट्रीब्यूशन रेग्यूलेशन एघ्क्ट (एफसीआरए) का प्रावधान भी करवायेंगे। उन्होंने इस पर बातचीत करते हुए कहा कि अयोध्या में जब मंदिर के निर्माण के लिए डेवलपमेंट चार्ज दिया गया है तो मस्जिद निर्माण के लिए भी दिया जाएगा। जुफर फारुकी ने कहा कि जल्द ही मस्जिद परिसर के डिजाइन का नक्शा अयोध्या विकास प्राधिकरण से पास करवाने के लिए आवेदन दिया जाएगा, इसके बाद धन्नीपुर गांव की जमीन पर साइट आफिस खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले साल मई महीने से मस्जिद का निर्माण शुरू किया जाएगा।