नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने रविवार को नीट यूजी 2025 का आयोजन किया। इस परीक्षा में देशभर से लगभग 23 लाख से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया। डॉक्टर बनने का सपना लिए जब छात्र परीक्षा केंद्रों में पहुंचे, तो उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पेपर इतना कठिन होगा। खासकर फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवाल इतने पेचीदा और कठिन थे कि कई छात्र परीक्षा हॉल से बाहर निकलते हुए रोते नजर आए।
फिजिक्स और केमिस्ट्री ने किया परेशान
इस बार का नीट पेपर विशेष रूप से कठिन बताया जा रहा है। दिल्ली की प्रसिद्ध कोचिंग संस्था वीएमसी के एक्सपर्ट सुरेंद्र ने जानकारी दी कि इस बार का फिजिक्स का पेपर काफी जटिल और लंबा था। वहीं केमिस्ट्री में भी छात्रों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। बच्चों को सवाल हल करने में ज्यादा वक्त लगा और उन्हें काफी सोच-समझकर जवाब देना पड़ा।
पिछले साल की तुलना में बड़ा बदलाव
एक्सपर्ट सुरेंद्र के अनुसार, पिछले साल का नीट पेपर अपेक्षाकृत आसान था, जिसके चलते कई छात्रों को पूरे 720 में 720 अंक मिल गए थे। इससे विवाद भी हुआ था। उसी के चलते इस बार एजेंसी ने पेपर को कठिन बनाने की रणनीति अपनाई, ताकि इस बार अधिकतम अंक पाने वाले छात्रों की संख्या सीमित हो सके।
कटऑफ इस बार कितना जा सकता है?
कटऑफ को लेकर एक्सपर्ट का अनुमान है कि इस बार नीट यूजी 2025 की कटऑफ 600 से 610 के बीच रह सकती है। पेपर की कठिनाई को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि 720 में से किसी को भी पूरे अंक नहीं मिलेंगे। एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि इस बार दिल्ली एम्स में दाखिला लेना छात्रों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
केमिस्ट्री में एक सवाल गलत
कोचिंग एक्सपर्ट सुरेंद्र ने यह भी खुलासा किया कि केमिस्ट्री के पेपर में एक सवाल पूरी तरह से गलत था, जिसमें दो विकल्प एक जैसे सही दिए गए थे। इसके अलावा, केमिस्ट्री में इस बार फिजिकल और इनऑर्गेनिक हिस्से से ज्यादा सवाल पूछे गए, जबकि ऑर्गेनिक केमिस्ट्री को लगभग नज़रअंदाज कर दिया गया। यही कारण था कि पेपर ने छात्रों के पसीने छुड़ा दिए।
अब निगाहें रिजल्ट पर
इस कठिन पेपर के बाद अब सभी की निगाहें नीट यूजी 2025 के परिणाम पर टिकी हुई हैं। छात्र और अभिभावक दोनों ही यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिरकार इस बार मेरिट में कौन जगह बना पाएगा।