महिलाओं के लिए एक अच्छी खबर है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सिलाई मशीन योजना शुरू की गई है. इस योजना का मकसद सिलाई-कढ़ाई के हुनर से जुड़ी महिलाओं को रोजगार दिलाना है. योजना से जुड़ने पर महिलाओं को न केवल शिलाई मशीन चलाने का प्रशिक्षण मिलेगा बल्कि तकनीकी जानकारी भी दी जाएगी.
योजना के तहत पात्र महिलाओं को नि:शुल्क सिलाई मशीन प्रदान की जाती है. इसके साथ ही काम शुरू करने के लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है. खास बात ये है कि सरकार की ओर से वित्तीय सहायता महिलाओं के बैंक खाते में राशि ट्रांसफर की जाती है और लोन पर सब्सिडी का लाभ भी महिलाओं को मिलता है.
इस योजना से महिलाओं को अपने हुनर को रोजगार में बदलने का अवसर मिलता है. इससे सिलाई-कढ़ाई का काम घर बैठकर किया जा सकता है, जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन पाएगी. यह पहल खासकर ग्रामीण और छोटे कस्बों की महिलाओं के लिए बेहद लाभकारी साबित होगी.
पात्रता शर्तों के अनुसार, आवेदक महिला की आयु 20 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए. साथ ही परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. एक और शर्त यह है कि आवेदक ने पहले से किसी समान योजना का लाभ नहीं लिया होना चाहिए.
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा सिलाई मशीन योजना में महिलाओं को कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है. प्रशिक्षण के दौरान उन्हें आधुनिक तकनीकों और बाजार की मांग के अनुसार काम करना सिखाया जाता है. इससे महिलाएं प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ पाती हैं और आत्मनिर्भर बनती हैं.
योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन रखी गई है. महिलाएं आधिकारिक पोर्टल https://pmvishwakarma.gov.in पर जाकर अप्लाई विकल्प पर क्लिक कर सकती हैं. यहां मांगी गई व्यक्तिगत और आय संबंधी जानकारी भरनी होती है.
ऑनलाइन आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने पड़ते हैं. आवेदन सबमिट करने के बाद महिला को पंजीकरण संख्या प्राप्त होती है, जिससे आगे की प्रक्रिया पूरी होती है. योजना से जुड़कर महिलाएं न सिर्फ सिलाई-कढ़ाई से कमाई कर सकती हैं बल्कि समाज में अपनी अलग पहचान भी बना सकती हैं.