आज के समय में किचन गार्डन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, और लोग अपने घरों में सब्जियों को उगाने के लिए अधिक प्रेरित हो रहे हैं। यदि आपके पास बगीचा नहीं है, तो आप गमले में भी कई सब्जियां उगा सकते हैं इस तरह से आपको घर में ही फ्रेश सब्जियां मिल सकती हैं, खासकर टमाटर।
आप टमाटरों को गमले में भी उगा सकते हैं, और ये एक बेहतरीन विकल्प है, क्योंकि इससे आपको बाजार से महंगे टमाटर खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के कृषि विशेषज्ञ डॉ. एनपी गुप्ता ने इस मामले पर कहा कि गमले में टमाटर उगाने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
टमाटर की खास किस्में
टमाटर की कुछ खास किस्में जैसे चेरी टमाटर और पंजाब छुहारा, गमले में बेहतरीन उत्पादन देती हैं। अगर आप गमले में 1 से 2 टमाटर के पौधे लगाते हैं, तो 40-45 दिन बाद आपको रोजाना लगभग 1 किलो तक ताजे टमाटर मिल सकते हैं।
कैसे गमले में लगाएं टमाटर के पौधे
डॉ. गुप्ता बताते हैं कि टमाटर का पौधा लगाने से पहले गमले की सही तैयारी आवश्यक है। गमले के निचले हिस्से में छेद होना चाहिए ताकि पानी निकास हो सके और जलभराव से पौधा सड़ न जाए। मिट्टी में एक हिस्सा बालू, एक हिस्सा गोबर की सड़ी खाद और ट्राइकोडर्मा मिलाकर गमले को भरें। इसके बाद 20-25 दिन पुरानी पौध को गमले में लगाएं और हल्की सिंचाई करें।
कैसे मिले पौधों को पर्याप्त पोषण
सिंचाई के दौरान ध्यान रखें कि पानी का अत्यधिक जमाव न हो, क्योंकि इससे पौधा खराब हो सकता है। साथ ही, समय-समय पर निराई-गुड़ाई भी करते रहें ताकि पौधे को पर्याप्त पोषण मिले। कीटों से सुरक्षा के लिए प्राकृतिक दशपर्णी अर्क का उपयोग करें, जिससे टमाटर की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।