Goat Farming: बकरा पालन देश में तेजी से बढ़ रहा है। मुस्लिम त्योंहार ईद और सर्दियों यह पीक पर होता है। इस कारोबार में दलाल भी लाखों की कमाई कर लेते हैं। ईद के मौके पर 10 हजार की चीज 60 हजार में बिक जाती है। बकरी पालन के लिए सबसे जरुरी है आपका धैर्य रखना। किसी भी बात पर जल्दी ही गुस्सा नहीं करना चाहिए। बकरा पालन के लिए आपके पास अच्छा खासा बजट होना चाहिए। शुरुआत आप 5 से भी कर सकते हैं। लेकिन जब काम ही करना है तो छोटे लेवल पर क्यों करना। समय निकल जाता है और मुनाफा कम बनता है। आपके पास माल इतना हो कि दिल्ली मुंबई तक एक गाड़ी तो भरकर भेज सको।

Goat Farming से कैसे होगी कमाई

आपको 5 किलो के करीब वाले बच्चों की खरीदारी करनी है। ऐसे में एक बच्चा 2 हजार से ढाई हजार का मिल जाएगा। एक साल की चराई के बाद यह आपको 40 हजार रूपए तक की इनकम दे सकता है। बकरा पालन में नार्मल खिलाना और पालना सही नहीं रहता। जैसे बच्चे को ग्रोथ की जरुरत है उस हिसाब से दाना डालना होता है। 2 साल तक यदि आप रखते हैं तो यह 1 लाख रूपए तक में बिक जाएगा। बाड़े में काम करने वाले मजदूर अच्छे हों और उनके प्रति आपका व्यवहार भाइयों जैसा हो। हंटर के बल पर कार्य करवा लोगे तो उसका प्रभाव बिज़नेस पर पड़ेगा।

पशु पालन व्यवसाय कृषि के साथ जुड़ा हुआ ही एक घटक है। हमारे देश में पुरातन काल से कृषि के साथ साथ पशु पालन किया जाता रहा है। आजकल के समय में पशु पालन को व्यवसाय के तौर पर भी बड़ी मात्रा में लोगों ने अपनाया हुआ है। पशु पालन के व्यवसाय के आज के समय में काफी लाभ को देखते हुए कई लोग इस व्यवसाय की शुरुआत करना चाहते हैं लेकिन उनको यह पता नहीं होता क वे किस पशु का पालन करें ताकी उन्हें अच्छा लाभ हो सके।

अतः आज हम आपको पशु पालन व्यवसाय के अंतर्गत आने वाले बकरी पालन व्यवसाय के बारे में जानकारी देते हुए बकरी की एक ऐसी नस्ल के बारे में आपको बता रहें हैं। जो आपको जबरदस्त मुनाफा कराती है। आइये अब आपको बकरी की इस नस्ल के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।

बीटल नस्ल की बकरी से होगा जबरदस्त मुनाफ़ा

आपको बता दें कि बीटल नस्ल की बकरी का पालन यदि आप करते हैं तो आपको धांसू मुनाफ़ा होगा। इस नस्ल की बकरी को पालना काफी आसान होता है। यह काफी सीधी साधी होती है और काफी ज्यादा मात्रा में दूध प्रदान करती है। वहीं इस बकरी का मीट भी काफी ज्यादा होता है। अतः आप इस नस्ल की बकरी का पालन कर दोगुना लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार से करें पहचान

सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए की इस बकरी की पहचान किस प्रकार आप करें। आपको बता दें कि यह काफी हट्टी खट्टी होती है और इसका वजन 40 से 60 किलो के आसपास होता है। इस नस्ल का बकरा 40 से 70 किलो का होता है। यह बकरी डेढ़ वर्ष में दो बार बच्चे पैदा करती है। इस नस्ल की बकरी की आंखें ज्यादातर सफ़ेद रंग की होती हैं।

इस प्रकार से शुरू करें गोट फार्मिंग

इस नस्ल की बकरी के पालन के लिए आपको ऐसा स्थान चुनना चाहिए जहां पर अधिक नमी न हो और बकरियां आसानी से घूम सकें। नमी वाले स्थान पर अधिक घास नहीं होती है और बकरियों को चारा नहीं मिल पाता है अतः हमेशा सूखे स्थान का चुनाव करें। इसके अलावा बकरी पालन वाले स्थान पर साफ़ हवा तथा पीने के पानी की सुविधा भी होनी चाहिए। आप एक शेड में सिर्फ उतनी ही बकरियों को रखें जितनी संख्या में वे आसानी से रह सकती हों ताकी उन्हें उमस की समस्या न हो। इसके आलावा आपको साफ़ सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए।