North Grid Station in Jaipur: इंडिया बिजली कटौती पहले से कम होने लगी है। दूरगामी क्षेत्रों में भी बिजली की पहुँच हो गई है। सभी वंचित क्षेत्रों को बिजली से जोड़ दिया गया है। जयपुर शहर के उपभोक्ताओं को गर्मियों में बिजली गुल होने की शिकायतों से बड़ी राहत मिलने वाली है। बजट घोषणा के अनुसार राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम ने बिजली उपभोक्ताओं को इस समस्या से निजात दिलाने की कवायद शुरू कर दी है। आमेर के चौंप में 285 करोड़ रुपए लागत से बनने वाले 400 केवी नार्थ ग्रिड निर्माण के लिए फर्म को लेटर ऑफ इंट्रेस्ट (एलओआइ) जारी कर दिया गया है। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि तीन महीने में पूरी कर दी जाएगी और टेंडर प्रक्रिया पूरी कर होने के बाद ग्रिड का निर्माण शुरू हो जाएगा।
हर पल ट्रिप की रहती है आशंका
अभी हीरापुरा ग्रिड स्टेशन पर 12 लाख बिजली कनेक्शनों का भार है। मई-जून महीनों में बिजली की डिमांड बढ़ती है तो ग्रिड ओवर लोड हो जाता है और पल पल ट्रिप होने की आशंका रहती है। इसके साथ ही 220 केवी के ग्रिड स्टेशन भी बढ़ते लोड को सहन नहीं कर पाते और ट्रिप होने लगते हैं। प्रसारण निगम के इंजीनियरों का कहना है कि नार्थ ग्रिड बनने के बाद शहर के बिजली उपभेक्ताओं को बिजली गुल की समस्या से निजात मिल जाएगी।
चौंप नॉर्थ ग्रिड प्रोजेक्ट
सिद्धार्थ सिहाग- एमडी, प्रसारण निगम
राजेश चौधरी- मुख्य अभियंता, कॉन्ट्रेक्ट विंग
कमलेश कुमार मीना-मुख्य अभियंता-टीएंडसी
हीरापुरा ग्रिड
जानकारी के अनुसार हीरापुरा ग्रिड स्टेशन पर अभी 1065 एमवीए क्षमता के ट्रांसफार्मर स्थापित हैं। शहर में बढ़ती बिजली की मांग के हिसाब से ग्रिड की क्षमता बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। इसी सप्ताह यहां 500 एमवीए का एक अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की तैयारी की जा रही है।
18 महीने बाद ग्रिड का लोड होगा शिफ्ट
प्रसारण निगम की कॉन्ट्रेक्ट विंग के इंजीनियरों से मिली जानकारी के अनुसार चूंकि चौंप में निगम के पास पहले से ही जमीन है। ऐसे में 400 केवी नॉर्थ ग्रिड के निर्माण पर 285 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नए ग्रिड के निर्माण 18 महीने में पूरा करने की समय सीमा प्रसारण निगम ने तय की है। नया ग्रिड बनने के बाद हीरापुरा ग्रिड के लोड को नार्थ ग्रिड पर शिफ्ट किया जा सकेगा।
