Vastu Dosh: वास्तु सबसे जरुरी होता है. पहले लोग इस के बारे में बहुत कम जानते थे. लेकिन अब लोग इसके बारे में बहुत जानते है. अब इसके बारे में बहुत ज्यादा लोग जानते भी है और मानते भी है. घर की कई सारी चीज़े वास्तु पर निर्भर करती है. जैसे की रिश्ते और बीमारी. हमेशा से ही देखा जाता है कि घरों के निर्माण में वहां के इंटीरियर में लोग खर्च करते हैं लेकिन वास्तु पर नहीं.

इसके बाद जब घर में बीमारियों बढ़ने लगती है तो लोग इसमें लाखों रुपये खर्च करते हैं. लोगों को इससे रोगों से मुक्ति नहीं मिल पाती है. चलिए आपको इसके बारे में डिटेल में बताते है जिसका आपको ध्यान रखना है.

इनका रखें ख्याल

आपकी जानकारी के लिए बता दे घर में सबसे बड़ी परेशानी रसोई घर से शुरू होती है. मान लीजिये अगर आप का कीचन दक्षिण-पश्चिम दिशा में है तो सदस्यों को अपच और गुर्दे संबंधी रोग होता है.

अगर आपके घर में किचन उत्तर-पश्चिम दिशा में है तो आपको जलोदर नामक रोग पैदा हो सकता है.

अगर आपके घर में रसोईघर, स्नानघर और पूजा घर के साथ सीढ़ियों भी जरुई होती है. अगर आपके घर में सीढ़ियों पूर्व-उत्तर दिशा में होती हैं तो घर के सदस्यों को मानसिक तनाव रहता है. असल में ऐसा होने सेव्यक्ति उलझन, बीपी, डिप्रेशन से घिरा रहता है.

अगर सीढ़ियां घर के पूर्व और दक्षिण दिशा में होता है तो घर के लोगों को गुप्तांगों तथा मूत्र संबंधी रोग हो सकते है. यही नहीं अगर सीढ़ियां घर के पूर्व दिशा में है तो जल साधन जैसे कि डिहाइड्रेशन, डायरिया, जलोदर, स्त्रियों में श्वेत प्रदर आदि तरह के रोग हो सकते है.

यही नहीं अगर सीढ़ियां पश्चिम दिशा में जल साधन थायराइड से संबंधित कष्ट होता है. यही नहीं अगर सीढ़ियां उत्तर पूर्व दिशा में भूमिगत जल संसाधन धनदायक होते हैं और तो और संतान को भी सुंदर और निरोगी भी होते है.