पौधे में पोषक तत्वों की कमी उसकी ग्रोथ रोक देती है। सीजन में टमाटर की पैदावार को बढ़ाने के लिए आप अच्छे खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। टमाटर की कीमतें इन दिनों कम रहती है। लेकिन बारिश के बाद टमाटर की फसल ख़राब हो जाती है। ऐसे में बारिश के बाद टमाटर काफी महंगे हो जाते हैं। टमाटर 200 रूपए किलो तक भी पहुँच जाते हैं। ऐसे में अच्छी खाद डालने से आपको बारिश के बाद भी पैदावार मिलती रहेगी।

टमाटर का उपयोग प्रत्येक घर में किया जाता है। ख़ास बात यह है की आप इसको कहीं भी और कभी भी लगा सकते हैं हालांकि यदि आप इसको जून-जुलाई, अक्टूबर-नवंबर या जनवरी का माह इसको लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है। इस समय यदि आप इस पौधे को लगाते हैं तो आपको अच्छा रिजल्ट मिलता है।

आप टमाटर की स्वर्ण लालिमा, पूसा सदाबहार, स्वर्ण नवीन, स्वर्ण समृद्धि और स्वर्ण सम्पदा जैसी फसलों को अपने घर के टैरेस पर लगा सकते हैं। लेकिन कई बार लोग इसको लगा तो लेते हैं लेकिन उनको टमाटर के पौधे से अच्छी पैदावार नहीं मिल पाती है। आज इसी क्रम में हम आपको बताने जा रहें हैं की टमाटर के पौधे की अधिक पैदावार के लिए आपको उसमें कौन सी खाद को डालना होता है। आइये अब आपको इस संबंध में विस्तार से बताते हैं।

इस प्रकार डालें खाद

आपको जानकारी दे दें की टमाटर के पौधे में आप रासायनिक तथा जैविक दोनों प्रकार की खाद का उपयोग कर सकते हैं। जैविक खाद के यूज की बात करें तो आप बुआई के समय मिट्टी में गोबर की खाद मिलाकर टमाटर के बीजों को रोपें। इसके 30 दिन बाद आप गमलें में आधा चम्मच यूरिया को डाल दें। असल में यूरिया पौधों की वृद्धि के लिए संजीवनी का कार्य करता है और उन्हें तेजी से गति प्रदान करता है। इसके बाद करीब 50 से 60 दिन बाद में आपका टमाटर का पौधा फल देने लगेगा।

पौधे का ऐसे रखें ध्यान

आपको बता दें की टमाटर के पौधे की धूप की भी आवश्यकता होती है लेकिन अधिक गर्मी में यह पौधा नहीं उग पाता है। अतः इसको सही तापमान में रखना चाहिए। यदि आप टमाटर का पौधा उगा रहें हैं तो आप उसको आधी छाया तथा आधी धूप में रखें। आप दिन में एक बार टमाटर के पौधे में पानी को डालें तथा इस पौधे को आप ऐसे स्थान पर रखें की इसको 6 से 7 घंटे तक धूप मिलती रहे। हर महीने आप अपने पौधे को जैविक खाद डालें। टमाटर के पौधे को बड़ा होने पर सहारे की आवश्यकता होती है अतः आप बड़ा होने पर इसके तने को किसी लकड़ी के सहारे बांध दें।