नई दिल्ली। ये बात तो हर बड़े बुजुर्गों से सुनी जा सकती है कि यदि मन में किसी काम को करने की लगन हो, तो उसे बुलंदियों को छूने से कोई नहीं रोक सकता। इस बात को सच साबित किया है भारत नेपाल सीमा से लगे एक छोटे से गांव बघवा के रहने वाले एक लड़के अविनाश कुमार ने। जिसका पिता किसानी से अपने पूरे परिवार का भरण पौषण करते थे।

किसान हैं पिता

यूपीएससी में सफल हुए 25 वर्षीय अविनाश कुमार एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते है। उनके पिता अजय कुमार सिंह एक साधारण किसान होने के साथ  मां प्रतिमा देवी एक कुशल गृहिणी है।

12वीं आए थे 93.2% नंबर

अविनाश कुमार बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज रहे है। जिसके चलते 12वीं की परीक्षा में 93.2 प्रतिशत अंक लाकर स्वर्ण पदक हासिल किया था। इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। अविनाश ने यादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता पश्चिम बंगाल से 9.6 सीजीपीए के साथ करने में सफलता हासिल की।

भावुक हुए परिवार के लोग

अविनाश के पिता अजय कुमार सिंह अपने बेटे की सफलता से काफी खुश हैं. उन्होंने कहा कि सच्चाई और ईमानदारी से काम करने वाले को अच्छा ही परिणाम मिलता है। वहीं बेटे की सफलता से काफी खुश है मां प्रतिमा देवी जो अपने बेटे को तरक्की का आशीर्वाददे रही है।