Wednesday, December 31, 2025
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मां के कर्ज नहीं चुकाने पर 12 साल के बेटे को बनाया बंधक, आंखे और किडनी बेचने की दी धमकी

पैसे निकालने के लिए प्राइवेट कंपनियां कई तरह की धमकियां देते हैं, लेकिन झारखंड के गढ़वा की एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने एक महिला के समय पर कर्ज न चुकाने पर कुछ ऐसा कर दिया, जिसने सबको हैरान कर दिया है।

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जी हां इस प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी पैसे निकलवाने के लिए महिला के 12 वर्षीय बेटे अनिश कुमार को ले गए और उसको बंधक बना लिया। इसकी शिकायत मिलने पर पुलिस ने उसको 14 दिनों बाद बीते शुक्रवार की शाम को मुक्त करा लिया है।

पुलिस ने इस मामले में फाइनेंस कंपनी के ब्रांच मैनेजर निगम यादव को गिरफ्तार किया और शनिवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इसके अलावा कंपनी के दो अन्य कर्मचारियों के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है।

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जानें पूरा मामला
बता दें कि गढ़वा के भवनाथपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली आशा देवी ने दो साल पहले एक महिला समूह के जरिए माइक्रो फाइनेंस कंपनी से 40 हजार रुपये कर्ज लिया था। जिसमें से उन्होंने 22 हजार रुपये चुका दिए थे, और अभी उन पर 18 हजार रुपये बकाया रह गये थे। इस बकाया रकम के लिए फाइनेंस कंपनी के मैनेजर निगम यादव उन पर दबाव बना रहा था। लेकिन पैसों की तंगी के कारण और कहीं से जुगाड़ नहीं होने के कारण आशा देवी ये कर्ज नहीं चुका पा रही थीं।

घर से उठा ले गए बैंक अफसर
जिस बच्चे को बैंक वाले ले गए थे, उसका नाम अनीश है और उसने बताया कि दो हफ्ते पहले वह और उसकी बड़ी बहन घर में अकेले थे। उस समय बैंक के अफसर उसकी मां की तलाश में आये थे। मां की तलाश करने के के बहाने से उन लोगों ने उसको गाड़ी में बैठाया और नगर उंटारी हेन्हों मोड़ के पास स्थित बैंक की ब्रांच में ले गए। जहां पर उसको बंधक बना लिया गया और इसके बाद उसकी मां को इस बात की सूचना दी गई। उनसे कहा कि जब तक बकाया पैसे नहीं लौटाओगी, तब तक तुम्हारा बेटा हमारे कब्जे में रहेगा और इस दौरान इस बच्चे से नौकरों वाला काम कराया जाता था। इस मामले की शिकायत मिलने पर नगर एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह ने पुलिस की एक टीम गठित करके बालक को फाइनेंस कंपनी के पास से मुक्त कराया गया।

किडनी और आंखें निकालने की देते थे धमकी
अनीश ने बताया कि इस प्राइवेट बैंक का एक कर्मचारी उमाशंकर तिवारी उसके साथ मारपीट करता था। उससे गंदे कपड़े व जूठे बर्तन साफ कराया जाता था, और शराब पीने के बाद उससे बोतलें भी फिंकवाई जाती थी। उसकी मां को पैसे निकलवाने के लिए धमकी दी जाती थी कि तुमने कर्ज नहीं चुकाया, तो तुम्हारे बेटे की किडनी और आंखें निकाल कर बेच देंगे।

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Snehlata Sinha
Snehlata Sinhahttps://www.tazahindisamachar.com/
मैं स्नेहलता सिन्हा, पेशे से लाइफस्टाइल पत्रकार हूं और इस फील्ड में मुझे लंबा अनुभव हो चुका हैं। फैशन, स्‍टाइल, लेटेस्‍ट ट्रेंड्स, बॉलीवुड गॉसिप और ब्‍यूटी रेमेडीज के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैंने न्यूज़-24 में एक इंटर्न के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। लेकिन, अब मैं पिछले ढाई साल से timesbull.com के हिंदी समाचार पोर्टल पर कार्यरत हूं। मेरे द्वारा बताई गई टिप्‍स और न्यूज़ आपको हरपल अप-टू-डेट रहने और अपकी लाइफस्‍टाइल को स्‍टाइलिश बनाने में मदद करेंगी।
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