आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा दिया है। उनके पास में कोई बीमा पॉलिसी नहीं है अतः इस बात की संभावना है कि उनकी पॉलिसी की समय सीमा पूरी हो चुकी है। उससे उन्हें जो भी धन मिला है उसको फिक्स डिपॉजिट खाते में डाल दिया गया है।

नई घोषणा के अनुसार उनकी संपत्ति में एक एफडी तथा एक राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र शामिल है। आपको बता दें कि इस वर्ष 31 मार्च तक उनके पास में एसबीआई की गांधीनगर शाखा के एफडी खाते में 2.47 करोड़ रुपए थे। पिछले एक साल में इस खाते में 37 लाख रुपये की बृद्धि हुई है।

574 रुपये है बैंक बैलेंस

पीएम मोदी की घोषणा अनुसार उनके पास में कोई देनदारी नहीं है। पीएम मोदी के राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र में भी 14500 रुपये की बृद्धि हुई है। 31 मार्च 2023 को उनकी एनएससी की कीमत 9.19 लाख थी। पीएम मोदी के पास में न तो कोई वाहन है, न जमीन और न ही कोई ऋण है। अधिकतर नेताओं की तरह पीएम मोदी के पास इक्विटी बाजार में कोई जोखिम नहीं है। बैंक बैलेंस की बात करें तो पीएम मोदी के पास में मात्र 574 रुपये हैं। इस वर्ष 31 मार्च 2023 को उनके पास में 30240 रुपये नकद थे।

दान करते हैं पूरी सैलेरी

आपको बता दें कि पीएम मोदी कोई वेतन नहीं लेते हैं बल्कि वे अपनी पूरी सैलेरी को दान कर देते हैं। उनका सिर्फ एक बचत खाता है जो की गांधी नगर की एसबीआई बैंक शाखा में है। यह बैंक अकाउंट उनके पास गुजरात के सीएम बनने के बाद से है। आपको बता दें कि पीएम मोदी सहित सभी केंद्रीय मंत्री अपनी अच्छा से अपनी तथा अपने परिवार के सदस्यों की संपत्ति तथा देनदारियों की घोषणा करते हैं। इसकी शुरुआत पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेई के कार्यकाल में हुई थी।