Indian defence News : दोस्तों इजरायल की खतरनाक Spike-NLOS (Non-Line of Sight) मिसाइल अब भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टरों में अद्यतन की जाएगी। इन मिसाइलों के साहसी हेलिकॉप्टर अब चीन और पाकिस्तान की सीमा पर उपस्थित आयेंगे। इसका उद्देश्य उच्च स्थानों पर दुश्मनी यान और टैंकों की तबाही करना होगा।

इस मिसाइल को अब तक सेनाएं कंधों पर रखकर प्रयुक्त कर रही थीं, लेकिन इसका वायुसैनिक संस्करण भी उपलब्ध है, जिसे हेलिकॉप्टर पर अनुस्थापित किया जा सकता है। यह मिसाइल निशाना पर जाकर हमला करने के बाद उसे निष्क्रिय करती है, जिससे टारगेट पर दुश्मनी यान और टैंकों को ध्वस्त करने में सफलता मिलती है। इस मिसाइल का विशेषता यह भी है कि यह टारगेट का पीछा करके आक्रमण करती है, जिससे यह उसे सख्त प्रभावित करती है।

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मिसाइल का आकार और प्रभाव – Indian defence News 

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यह मिसाइल छोटी आकार वाली होती है, परंतु उसका प्रभाव घातक होता है। इसे कंधे पर, ट्राईपॉड से, या बाईपॉड से प्रक्षिप्त किया जा सकता है। इस मिसाइल को टैंक पर भी लगाया जा सकता है और इसका उपयोग हेलिकॉप्टरों में भी किया जा सकता है। भारत ने चीन के साथ सीमा विवाद के समय इस मिसाइल की आपातकालीन आवश्यकता के लिए इस्राइल से मात्रिक मात्रा में मांग की थी।

इस मिसाइल का नाम क्या है

इस मिसाइल का नाम “स्पाइक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल” है और इसकी तकनीक इस कदर प्रबल है कि टारगेट उसकी दौड़ने या छुपने की कोशिश नहीं कर सकता है। यह मिसाइल टारगेट की पीछा करते हुए उसे नष्ट करने तक पीछा करती है। इस मिसाइल का इस्राइल द्वारा 1981 से उपयोग किया जा रहा है और यह विश्व के 35 देशों में भी प्रयुक्त हो रहा है।

1982 से लेकर अब तक, इस मिसाइल का उपयोग 6 से 7 महत्वपूर्ण युद्धों में हो चुका है। 2019 की शुरुआत में, जब चीन और पाकिस्तान के साथ संघर्ष संभावना थी, भारत सरकार ने तत्वावधान में 240 स्पाइक MR मिसाइल और 12 लॉन्चर्स आपातकालीन स्थिति में मंगवाए थे। उसी वर्ष के अंत तक, इन्हें सेना में शामिल कर लिया गया था।

जाने इस मिसाइल का वजन

भारतीय सेना इस मिसाइल का उपयोग दुश्मनी टैंक्स आदि को निष्क्रिय करने के लिए कर सकती है। इसके साथ ही, यह कम ऊँचाई पर उड़ रहे हेलिकॉप्टर और विमानों को भी नुकसान पहुँचा सकती है। स्पाइक ATGMs के कुल मिलाकर 9 वैरिएंट्स होते हैं। यदि इन्हें हेलिकॉप्टरों में तैनात किया जाए, तो इन मिसाइलों का वजन 34 किलोग्राम होता है, जबकि लॉन्चर का वजन 55 किलोग्राम होता है और लॉन्चर के साथ चार मिसाइलों का कुल वजन 187 किलोग्राम होता है।

क्या है इसके लंबाई

सामान्यत: Spike ATGMs की लंबाई आमतौर पर 3 फीट 11 इंच की होती है, लेकिन वैरिएंट्स के अनुसार यह थोड़ा-बहुत बदल सकती है। इसकी विभिन्न वैरिएंट्स की रेंज भी अलग-अलग होती है, 50 मीटर से लेकर 10 हजार मीटर तक की। हेलिकॉप्टरों में लगने वाली Spike-NLOS मिसाइल की रेंज 600 से 25 हजार मीटर तक होती है। Spike ATGMs में टैंडेम चार्ज HEAT वॉरहेड लगा होता है, 

जिसके पीछे एक सॉलिड प्रॉपेलेंट रॉकेट होता है, जो टारगेट तक पहुँचने में मदद करता है। इसमें इंफ्रारेड होमिंग-इलेक्ट्रो ऑप्टिकल सीकर भी लगा होता है, जो दुश्मन के वाहन को किसी भी मौसम और अंधेरे में खोज सकता है। इससे मिसाइल टारगेट से निकल रही गर्मी को पकड़कर उसका पीछा करने में सक्षम होता है।