नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज इन दिनों के दहशत की आग से जल रहा है। कुख्यात माफिया अतीक अहमद के साथ उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हुई मौत के बाद से पुलिस अब पूरी तरह से सतर्क हो चुकी है। पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस अब ऐसे अपराधियों को छानछानकर खोज कर रही है। इन्हीं के बीच कानपुर पुलिस (Police) ने महानगर के टॉप 10 कुख्यात अपराधियों (Criminals) की लिस्ट तैयार कर ली है। जिसमें माफिया का नाम कमिश्नरेट की टॉप टेन माफियाओं की सूची में सबसे ऊपर है सऊद अख्तर (Saud Akhtar) ने साल 2020 में बीएसपी नेता पिंटू सेंगर (Pintu Sengar) की हत्या की थी अभी वो जेल में है। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड (BP Jogdand) की माने तो टॉप टेन माफियाओं की लिस्ट के साथ साथ उनकी संपत्तियों के बारे में पुलिस खोजबीन की जा रही है। उनके रिश्तेदारों से पूछताछ करके उनकी कुंडली खंगाली जा रही है।

सबसे खतरनाक गिरोह रहा

सऊद अख्तर सबसे खतरनाक गिरोह में से एक है जिसपर लखनऊ में भी गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और एनएसए जैसे मामलो में रिपोर्ट दर्ज है, सऊद की गैंगस्टर एक्ट धारा 14/1 के तहत उसके और गिरोह गिरोह के सदस्यों की 6 करोड़ की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी है।

ये हैं टॉप टेन अपराधी

टॉप 10 अपराधियों में टॉप पर रहा सऊद अख्तर के अलावा थाना अनवरगंज से सईद अहमद उर्फ छोटे भैया, चौबेपुर से विष्णु पाल और गोविंद सैनी, चकेरी से राजा बाबू सोनकर, बजरिया से इसराइल आटे वाला, जाजमऊ से महफूज अख्तर, ग्वालटोली से शौकत अली, बाबूपुरवा से शफीक उर्फ बोल्टू और महाराजपुर से गोल्डन वर्मा का नाम शामिल हैं।

मुख्तार अंसारी का रिश्तेदार है सउद अख्तर

जिले के टॉप टेन अपराधियों की लिस्ट में शामिल सउद अख्तर माफिया मुख्तार अंसारी का रिश्तेदार है कहा जा रहा है कि सऊद के परिवार की बेटी की शादी माफिया मुख्तार अंसारी के परिवार में हुई है उस पर 31 मुकदमे दर्ज हैं।

जेल में है पप्पू स्मार्ट

हालांकि कुछ समय पहले यू पी पुलिस ने पप्पू स्मार्ट नाम के अपराधी को बीएसपी नेता पिंटू सेंगर हत्याकांड में जेल भेजा है  पप्पू स्मार्ट पर कानपुर पुलिस ने रासुका लगा दी है। उसके खिलाफ 20 जून 2020 को पिंटू सेंगर को गोलियों से भूनकर हत्या करने का आरोप है।

यूपी में होगा कानून का राज: सीएम योगी

प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी गई इससे पहले उसकी बेटी असद पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ के बाद एनकाउंटर में मार गिराया गया था। लगातार बढ़ रहे गुण्डाराज को देखते 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यूपी में अब गुण्डाराज नही बल्कि कानून का राज चलेगा। पहले कहा जाता था कि यूपी में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है, लेकिन अब इस राज्य में शांति है कोई माफिया किसी को धमका नहीं सकता। राज्य में कहीं भी दंगा नहीं होगा, राज्य में अब कानून का राज है।