भंडारा कर जरूरतमंद लोगों को भोजन कराना या सार्वजानिक रूप से प्रसाद का वितरण करना सनातन धर्म का अभिन्न अंग रहा अहइ। कई बार बहुत से लोग अपने जन्मदिन या विवाह की वर्षगांठ के अवसर पर इस प्रकार का कार्य करते देखें जाते हैं। वहीं कुछ लोग बच्चे के जन्म पर या किसी अन्य शुभ […]