नई दिल्ली। 16 दिसंबर यानी शनिवार से खरमास की शुरुआत हो चुकी है। जिसके बाद से सभी धार्मिक काम से लेकर की भी मांगलिक काम नही किया जेगा। नाही ही स महिने में किसी तरह से ने काम की शुरूआत की जाती है। ज्योतिषिचार्य के अनुसार खरमास के महिने में की भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इसके बाद इसकी समाप्ति 15 जनवरी की सुबह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद होगी। और सारे शुभ काम किए जाने लगेंगे।

मां तुलसी की रोज करें अराधना

पटना के ज्योतिषविद डॉ. श्रीपति त्रिपाठी के अनुसार 16 दिसंबर से सूर्य देर रात 1:01 बजे से धनु राशि में प्रवेश करेगा।सूर्य के धनु राशि में गोचर होते ही खरमास का आरंभ हो जाएगा।और 15 जनवरी को पौष शुक्ल चतुर्थी की सुबह 8:42 बजे सूर्य वहा से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त हो जाएगा। खरमास की शुरूआत होते ही भले ही मांगलिक कार्यों पर प्रतिबंध रहता है, लेकिन मांतुलसी की पूजा करना काफी शुभ माना जाता है। मां तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते है। जिससे विष्णु के साथ माता लक्ष्मी भी अत्यंत प्रसन्न होती है. घर में धन की वर्षा होने की संभावना बनी रहती है।

क्या करें क्या ना करें

खरमास लगते ही घर में पूरे महिने विष्णु सहस्त्रनाम, पुरुष सूक्त, सत्यनारायण कथा, भागवत पाठ, आदित्य हृदयस्त्रोत्र का पाठ करते रहना चाहिए। इसके अलावा रोज सुबह स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य, देने के बाद गरीब, असहाय को अन्न, वस्त्र का दान, गौ सेवा, बड़े-बुजुर्गों की सेवा, ब्राह्मण को अन्न दान करना शुभ माना गया है।

इस दौरान किसी भी तरह के मांगलिक कार्य के अलावा, गृह प्रवेश, वाहन की खरीदारी, संपत्तियों का क्रय-विक्रय, मुंडन संस्कार जैसे शुभ कार्य वर्जित होते हैं. ऐसे कामों को भूलकर भी न करें।