हिन्दू धर्म में नाग पंचमी को विशेष महत्व प्राप्त है। प्रत्येक साल सावन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को यह पर्व मनाया जाता है। नाग पंचमी के दिन मंदिरों में नाग देवता की पूजा-अर्चना के रूप में दूध की अर्पणा की जाती है। इस वर्ष, नाग पंचमी की खासियत यह है कि यह सवन मास की तीसरी सोमवारी पर पड़ रही है, जो कि अत्यधिक दुर्लभ मानी जाती है। इसके अलावा, देवघर के ज्योतिषी ने लोगों को नाग पंचमी के दिन कुछ गलतियों से बचने की सलाह दी है।

प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल, जिन्होंने देवघर में अपने शिष्यों को बताया है, कि आगामी सोमवार को आने वाली नाग पंचमी एक अत्यधिक महत्वपूर्ण और दुर्लभ घटना होने वाली है। उन्होंने बताया है कि इस दिन, भगवान भोले नाथ के प्रति दूध का अर्पण करने के साथ-साथ नाग मंदिर में भी नाग देवता के लिए दूध और लावा का भोग अवश्य चढ़ाएं। उन्होंने सुझाव दिया है कि इस दिन, गरीबों के बीच अन्न का दान करके उनकी सहायता करें। इस आचरण से सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। वे बताते हैं कि इस दिन सांपों के प्रति किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुँचाना चाहिए, क्योंकि नाग देवता की क्रोधग्रस्तता से बचा जा सकता है।

नाग पंचमी के दिन ये काम न करें

ज्योतिषशास्त्री द्वारा सूचित किया गया है कि नाग पंचमी के दिन व्यक्तियों को कुछ महत्वपूर्ण विचारों का आदर करना आवश्यक है। इस मौके पर, किसी भी परिस्थिति में सांपों को सतर्कता से देखभाल करनी चाहिए और उन्हें किसी भी तरह का हानि नहीं पहुँचाना चाहिए। अगर किसी कारणवश सांप को क्षति पहुँचती है, तो इसका पाप व्यक्ति पर ही नहीं बल्कि उनके पूरे परिवार वंशजों पर भी पड़ सकता है।

नाग पंचमी के दिन ज़मीन की खुदाई करने से बचें। यह मान्यता है कि ज़मीन के नीचे सांपों का बिल होता है, जिसे हम सांपों का घर भी कह सकते हैं। आज के दिन उसे नष्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे आने वाली पीढ़ियों को असानी से दोष लग सकता है।

नाग पंचमी के दिन कुछ लोग जिन्दा नाग को दूध पिलाने की प्रथा अपनाते हैं, लेकिन ऐसा करना उचित नहीं होता। यहाँ तक कि धार्मिक शास्त्रों में बताया गया है कि सांपों के लिए दूध जैसे पदार्थ जहर के समान हो सकते हैं। नाग पंचमी के दिन बेहतर होता है कि आप मंदिर या पूजा स्थल में दूध की बजाय धारदार वस्तुओं का उपयोग करें, जैसे कि सिलाई, कढ़ाई, आदि, क्योंकि ऐसे कार्यों को नकारात्मक माना जाता है।

नाग पंचमी के शुभ मुहूर्त की जानकारी

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 20 अगस्त की रात 12:23 बजकर शुरू हो रही है और यह अगले दिन, यानी 21 अगस्त, सोमवार की रात 02:12 बजकर तक चलेगी। यदि हम उदयातिथि का पालन करते हैं, तो नाग पंचमी की खास उपलब्धि 21 अगस्त को होगी। विशेष पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07:00 बजे से लेकर 09:30 बजे तक रहेगा।