नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर इन दिनों कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी के वीडियो काफी वायरल होते रहते है जिसमें वो अपनी ज्ञान की बातें बताकर दूसरों को मोटिवेट करती नजर आती है। इनकी ज्ञान भरी बातों को सुनने के लिए लाखों की भीड़ इक्ट्ठा हो जाती है।

लेकिन अब जया किशोरी को मात देने के लिए एक छोटी उम्र की लड़की उन्हें कड़ी टक्कर दे रही है। जो ना केवल नैन नक्श से जया किशोरी से मिलती जुलती हैं, बल्कि उसके बोलने का शैली तक जया किशोरी के समान हैं।

Kathavachak palak tiwari video

महज 17 वर्ष की पलक किशोरी में कथा वाचने का हुनर और अंदाज किसी ज्ञानवान कथावाचक से कम नहीं है। वो अपने इन्ही गुणों के चलते अब इतनी कम उम्र से ही जया किशोरी को टक्कर दे रही है। मध्य प्रदेश के रीवा में रहने वाली पलक की मीठी अवाज को सुनकर लोग इतने दीवाने हो जाते है कि वो अपनी कथाओं से लाखों लोगों को पल भऱ में मंत्रमुग्ध कर लेती हैं।

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घर में मिला धार्मिक माहौल

कहते हैं पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं। घर में पलक के बड़े पिता मनीष मिश्रा अक्सर धार्मिक प्रवत्ति के होने के चलते घर में आए दिन धार्मिक अनुष्ठान करते रहते थे. जिसका असर पलक के स्वभाव पर तेजी से पड़ने लगा।  और उनका रुझान अपनी पढ़ाई के साथ साथ पूजा पाठ और धार्मिक किताबों के प्रति बढ़ने लगा। बड़े पिताजी से पलक जो भी कथा सुनती बाद में वही कथा वो दादी, मम्मी, बड़ी मम्मी को सुनाने बैठ जाती। इस तरह से वो इसमें धीरे-धीरे पारंगत होती चली गई।

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हिंदी-इंग्लिश में बराबर कमांड

दो बड़ी बहनें अपराजिता मिश्रा, अदिति मिश्रा और भाई मानस के साथ पलक का बचपन भले ही बीत रहा हो, लेकिन उसके विचार इनसे सबसे अलग है। 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली पलक किशोरी को हिंदी भाषा के साथ अंग्रेजी भाषा में भी अच्छी पकड़ है. पलक जब व्यास गद्दी से श्रीमद भागवत कथा और कृष्ण कथा का वाचन करमे बैठी है तो उनमें एक लग सा तेज दिखाई देने लगता है। वो किसी प्रोफेशनल कथावाचक से कम नहीं लगती है।

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पलक ने पहली बार वर्ष 2021 में रीवा के बांकेबिहारी मंदिर में एक मंझे हुए कथा वाचक की तरह श्रोताओं को भगवदगीता सुनाई थी। जिसके बाद से वो चर्चा का विषय बन गई। अब तक पलक कई कार्यक्रम पर जाने लगी है।