नई दिल्ली। हमारे ब्रहाम्ड में कई सारे ग्रह नक्षत्रों से भरा होता है जिसका संबध मनुष्य के जिंदगी से जुड़ा रहता है। तभी तो जन्म लेते ही बच्चों की तारीख समय के साथ ग्रह नक्षत्रों के बारे में पहले ही लिख दिया जाता है। जिससे उनकी जिंदंगी में होने वाले उतार चढ़ाव के बारे में जान सकें। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्र पाए जाते हैं, आपका जन्म किस नक्षत्र में हुआ है, इन्ही नक्षत्रों में सौर मंडल के आठवें नक्षत्र पुष्य (Pushya Nakshatra) के बारे में शायद ही आप जानतें होगें।

चंद्रमा की स्थिति से होता है नक्षत्र का निर्धारण

हमारे सौरमंडल में पाए जाने वाले 27 नक्षत्र मिलकर राशि के 360 डिग्री का एक चक्र पूरा करते हैं। प्रत्येक नक्षत्र में 4 चरण होते हैं। जिनका निर्धारण करने में चंद्रमा की अहम भूमिका होती है। व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है,  उस नक्षत्र का असर व्यक्ति के पूरे जीवन में देखने को मिलता है। यदि आपका बच्चा पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) में पैदा हुआ हुआ है, तो यहां हम आपको बताएंगे कि इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे का व्यक्तित्व और स्वभाव कैसा होगा।

शुभ नक्षत्रों में से है एक

पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्रों में से एक माना जाता है। पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति, नक्षत्र स्वामी ग्रह शनि और राशि कर्क है। हालांकि, इस नक्षत्र में भले ही ही किसी तरह के शुभ कार्य ना किए जाते है। लेकिन इस नक्षत्र में बच्चे का जन्म लेना शुभ होता है। इस नक्षत्र पर गुरु और शनि दोनों ग्रहों का प्रभाव होने के कारण यह काफी फलदायी माना गया है।

पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले होते हैं जिद्दी और क्रोधी

पुष्य नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों की बात करें, इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले बच्चे काफी जिद्दी, मतलबी और क्रोधी होते हैं। हालांकि वे काफी विद्वान भी हो सकते हैं। वहीं महिलाएं काफी दयालु होने के साथ अपने पति के प्रति वफादार होती हैं।

दूसरों की भलाई के लिए रहते हैं तत्पर

पुष्य नक्षत्र वाले लोग दिलसे काफी भावुक होते है जिससे दूसरे लोगों पर इन्हें काफी दया आ जाती है। धन लाभ के लिए भी यह नक्षत्र उत्तम माना जाता है।