LPG Retrofitting In Bikes: भारत में वाहनों का पंजीकरण 15 साल के लिए होता है। हालांकि, हाल ही में वाहन स्क्रैपिंग नीति लागू की गई है, जिसके अनुसार 15 साल से ज्यादा पुराने वाहनों को स्क्रैप करने की सलाह दी जा रही है। इसका मकसद प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को हटाना है। लेकिन आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आप मात्र 2,000 रुपये खर्च करके अपनी पुरानी बाइक या स्कूटी को स्क्रैप होने से बचा सकते हैं। इस तरह, आप पर्यावरण को सहारा देते हुए अपनी वाहन से संबंधित भविष्य की चिंता किए बिना स्क्रैपिंग की समस्या से बच सकते हैं।

देश में वाहनों से बढ़ते प्रदूषण के मद्देनजर, सरकार ने पुराने वाहनों को स्क्रैप करने का कानून लागू किया है। लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो अपने पुराने वाहनों को स्क्रैप नहीं करवाना चाहते। उनके लिए एक विकल्प है – वे अपनी बाइक पर एलपीजी किट लगवा सकते हैं। इसका मतलब है कि वे अपनी बाइक को स्क्रैप नहीं करेंगे, बल्कि उसे एलपीजी किट से चलाएंगे। अगर आप भी इस विकल्प को चुनने का सोच रहे हैं, तो यहाँ बाइक में एलपीजी किट लगवाने का पूरा प्रोसेस है।

2,000 रुपये में आता है LPG किट

बाइक और स्कूटर जैसे दोपहिया वाहनों में एलपीजी किट लगवाना अब संभव है। मोटर वाहन अधिनियम ने पुराने बीएस-3 दोपहिया वाहनों के लिए एलपीजी किट लगवाने की अनुमति दी है। आप अपने स्थानीय आरटीओ से अप्रूवल लेकर अपनी बाइक में एलपीजी किट लगवा सकते हैं। एलपीजी किट लगवाने के लिए आपको 10-20 हजार रुपये नहीं, बल्कि दो से ढाई हजार रुपये ही खर्च करने होंगे। इसके अलावा, आपको 10-20 हजार नहीं, बल्कि दो-ढाई हजार रुपये ही खर्च करने होंगे।

कैसे लगवाएं किट?

दोपहिया वाहन में एलपीजी किट लगवाना बहुत ही आसान काम है। एक अच्छी गुणवत्ता वाली एलपीजी किट दो से ढाई हजार रुपये के बीच मिल जाती है। आप अपनी बाइक में इसे लगवाने के लिए किसी पंजीकृत बाइक मैकेनिक से संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी बाइक को एलपीजी से फिर से पंजीकृत कराना होगा, जिसके बाद आपकी बाइक का पंजीकरण अवधि बढ़ जाएगी।

बढ़ जाएगी माइलेज

सीएनजी से चलने वाली बाइक एक सुरक्षित और पर्यावरण के लिए अधिक उत्तम विकल्प होती है। यह न केवल प्रदूषण को कम करती है बल्कि आपकी जेब पर भी असर डालती है। आपको शायद ही पता हो कि बाइक के सिलेंडर में एक किलो एलपीजी होता है, जो आपको 120 से 130 किलोमीटर तक ले जाता है। इसके साथ ही, इसकी कीमत भी काफी कम है। एक किलो एलपीजी की कीमत बाजार में लगभग 50 रुपये है, जिससे बाइक को एक किलोमीटर चलाने का खर्च महज 60 पैसे आता है। इससे स्पष्ट होता है कि सीएनजी से चलने वाली बाइक का उपयोग करना न केवल प्रदूषण को कम करता है, बल्कि यह आपकी जेब पर भी ध्यान देता है।