आपको बता होगा ही की आजकल चुनावी दौर चल रहा है। ऐसे में नेताओं का एक दिन में कई कई शहरों में जाकर सभाएं आदि करना आम बात होती है। इस कार्य को सही समय पर संपन्न करने के लिए नेता लोह हेलीकॉप्टर का सहारा लेते हैं। आपने देखा ही होगा की किसी भी बड़ी जनसभा में नेता लोग हेलीकॉप्टर से आते हैं और भाषण के बाद तुरंत किसी अन्य स्थान पर हेलीकॉप्टर से ही चले जाते हैं।
हेलीकॉप्टर आपको कम समय से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए एक बेहतरीन सवारी का कार्य करता है लेकिन इस बारे में काफी कम लोग जानते हैं की हेलीकॉप्टर में आखिर किस फ्यूल का इस्तेमाल किया जाता है और हेलीकॉप्टर एक लीटर फ्यूल में कितना माइलेज प्रदान करता है। आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से जानकारी दे रहें हैं।
हेलीकॉप्टर का इंजन
सबसे पहले आपको हेलीकॉप्टर के इंजन के बारे में जानकारी देते हैं। इसके बाद ही आप बाकी की चीजों के बारे में सही से समझ सकेंगे। आपको बता दें की हेलीकॉप्टर को हवा में उड़ने लायक क्षमता प्रदान करने के लिए इसमें एक बड़ा इंजन लगाया जाता है। यह हेलीकॉप्टर के पंखों को घुमाने का कार्य भी करता है।
हेलीकॉप्टर का माइलेज
अब आते हैं हेलीकॉप्टर के माइलेज पर। जानकारी दे दें की हेलीकॉप्टर का माइलेज काफी कम होता है। असल में हेलीकॉप्टर का साइज, उसकी स्पीड तथा वजन आदि के कारण हेलीकॉप्टर का माइलेज निर्भर करता है। इन सभी चीजों का सीधा फर्क हेलीकॉप्टर के माइलेज पर पड़ता है।
आपको साफ़ साफ़ बता दें की हेलीकॉप्टर 6 से 8 सीटर होता है और यह मात्र 1 घंटे में 50 से 60 लीटर फ्यूल को ख़त्म कर डालता है। यदि आप एक सामान्य हेलीकॉप्टर से 1 मील की उड़ान भरते हैं तो इसके लिए आपको 1 गैलन फ्यूल की आवश्यकता होती है अर्थात 1 लीटर फ्यूल में आप मात्र 2 से 3 किमी की उड़ान हेलीकॉप्टर से भर सकते हैं।
लगता है खास फ्यूल
आपको सबसे पहले बता दें की हेलीकॉप्टर को उड़ाने के लिए किसी प्रकार के आम पेट्रोल की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि इसमें ख़ास फ्यूल डाला जाता है, जिसको एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) कहा जाता है। यह सामान्य फ्यूल से महंगा होता है। आपको बता दें की भारत के महानगरों में 1 किलो लीटर ATF की कीमत 1 लाख रुपये होती है। यही ईंधन हेलीकॉप्टर में डाला जाता है। जानकारी दे दें की 1 किलो लीटर का मतलब 1 हजार लीटर होता है यानी 1 लाख रुपये में आपको 1 हजार लीटर ATF मिलता है।