रेलवे हमेशा से यात्रीगण की आरामदायक यात्रा के लिए कई सुविधाएं प्रदान करता रहा है, लेकिन कोरोना के काल में रेलवे ने सीनियर सिटीजन्स को मिलने वाली छूट को वापस ले लिया है। अब फिर से सीनियर सिटीजनों ने इस छूट को वापस लाने की मांग की है। लोकसभा के शीतकालीन सत्र में कुछ सदस्यों ने इस मुद्दे पर उठाई गई बातों में जोर दिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि हर यात्री को ट्रेन टिकट पर सफर के दौरान करीब 53 फ़ीसदी की सब्सिडी दी जाती है और यह सबको समान रूप से मिलती है।

हालांकि, सीनियर सिटीजन को मिलने वाली छूट को बहाल करने की मांग पर रेल मंत्री ने कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है। इसके परे, सभी यात्रीगण को समर्थन करते हुए, उन्होंने बताया है कि कौन-कौन से लोग ट्रेन टिकट पर छूट का लाभ उठा सकते हैं, जो समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों के लिए एक अच्छा समाचार हो सकता है।

रेलवे किराए में छूट: सीनियर सिटीजन्स की मांग और सरकार की कदम

हाल ही में, शून्यकाल के दौरान सदन में उपस्थित जनता दल के सांसद कौशलेन्द्र कुमार ने बताया कि कोरोना काल से पहले सीनियर सिटीजंस को रेल किराए में छूट मिलती थी, लेकिन इसे बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना खत्म हो चुका है, लेकिन अब तक सीनियर सिटीजन को छूट वापस नहीं की गई है और सरकार से यह आग्रह किया कि इस छूट को पुनः लागू किया जाए।

साथ ही, भारतीय जनता पार्टी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने भी ट्रेन में सीनियर सिटीजंस के लिए और बेहतर सुरक्षित यात्रा के लिए नीचे की सीटों की व्यवस्था की मांग की है। उन्होंने इसे विशेषज्ञता और सुविधाएं देने का आदान-प्रदान कहा, क्योंकि अक्सर वृद्ध व्यक्तियों को ऊपरी सीटों पर सफर करते हुए कुछ असुविधाएं होती हैं।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि रेलवे समाज के सभी वर्गों को किफायती सेवा देने के लिए सतत प्रयासरत है। 2019-20 के बीच में, रेलवे ने पैसेंजर टिकटों पर 59,837 करोड़ रुपये की सब्सिडी प्रदान की है, जिससे यात्रीगण को आर्थिक सहारा मिला है। इस तरीके से, हर यात्री को यात्रा के दौरान 53% की औसत सब्सिडी प्राप्त होती है, जो समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को फायदा पहुंचाता है।

इसके अलावा, रेलवे ने विशेष कैटेगरी के यात्रीगण के लिए ट्रेन टिकट पर विभिन्न रियायतें भी दी हैं। विकलांग व्यक्तियों की 4 श्रेणियों, रोगियों की 11 श्रेणियों और छात्रों की 8 श्रेणियों को विशेष छूट प्रदान की है। यात्रीगण को इस रूप में समर्थन प्रदान करने के माध्यम से रेलवे ने सामाजिक और आर्थिक संदर्भ में एक सकारात्मक कदम उठाया है।