देश विदेश में प्रसिद्ध राजस्थान के पिलानी, खाटूश्यामजी व सालासर में अब रेलगाड़ी दौड़ती नजर आने वाली है। आपको बता दें की केंद्र सरकार ने लुहारू व पिलानी के बीच में रेल सेवा शुरू करने के लिए हरी झंडी दिखा दी है। इस साल की दिवाली से पहले ही इस रुट के लिए सर्वे का कार्य पूरा किया जाएगा। इसके बाद में डिटेल में प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई जाएगी। इसके बाद में धरातल पर कार्य शुरू किया जाएगा और जल्दी ही इस कार्य को पूरा किया जाएगा क्योकि इसके लिए बजट मंजूर हो चुका है।

सर्वे को मिली मंजूरी

रेल सेवा शुरू होने के बाद में पिलानी जयपुर, झुंझुनूं,दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई सहित देश के सभी बड़े रेलवे स्टेशनों से सीधा जुड़ जाएगा। रेलवे विभाग के सीपीआरओ कैप्टन शशिकिरण ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है की “पिलानी से लोहारू के बीच फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी मिल गई है। इस पर साठ लाख रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा खाटूश्यामजी-सालासर सुजानगढ की 45 किलोमीटर लम्बी नई लाइन के सर्वे की मंजूरी भी मिली है। इस पर एक करोड बारह लाख पचास हजार रुपए खर्च किए जाएंगे।”

कहां से कहां तक डालेंगी पटरी

आपको बता दें की पटरियां लुहारू से पिलानी के बीच में डाली जाएँगी। लुहारू में पहले से जक्शन है। इस प्रकार से पिलानी पूरे देश से जुड़ जाएगा। पिलानी व लुहारू के बीच 24 किमी लंबी पटरियां डाली जाएंगी। अभी फ़ाइनल लोकेशन सर्वे के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इस कार्य के लिए साठ लाख रुपए मंजूर हो चुके हैं। इस कार्य के बाद में डिटेल प्रोजेक्टर रिपोर्ट बनेगी। डीपीआर की मंजूरी के बाद में भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू किया जाएगा। इसके बाद में बजट मिलते ही कार्य को धरातल से शुरू किया जाएगा। इसके बाद में स्पीड जाँच के बाद में सीआरएस का कार्य होगा। सीआरएस को हरी झंडी मिलते ही आमजन को इंजन की सीटी सुनाई देने लगेगी।

सांसद नरेन्द्र कुमार ने कहा

सांसद नरेन्द्र कुमार ने कहा है की “यह जिले के लिए बहुत बडी सौगात है। अब जिले में तीन रेल लाइन हो जाएगी। पिलानी से लोहारू के बीच चौबीस किलोमीटर की लाइन बिछाई जाएगी। इसके सर्वे को मंजूरी मिल गई है। सर्वे के लिए केन्द्र सरकार ने साठ लाख रुपए का बजट भी मंजूर कर दिया है। मैंने कई बार इस मामले को रेल मंत्री के सामने उठाया था।”

इसलिए प्रसिद्ध ये स्थान

आपको बता की पिलानी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी (बिट्स पिलानी) के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। यहां पर इंजीनियरिंग सहित अन्य विषयो की पढ़ाई के लिए बहुत से छात्र छात्राएं आते हैं। वहीं सालासर में बालाजी का प्रसिद्ध स्थान है। यहां पर देश विदेश से लाखों लोग बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। सीकर जिले के दांतारागढ़ क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध खाटूश्यामजी का मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है। यहां भी देश विदेश से लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। ऐसे में इस रुट पर रेल चलने से काफी विकास होगा।