नई दिल्ली: बिल गेट्स ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है, जो दिल्ली में हुई। इस मुलाकात में दोनों ने वैश्विक मुद्दों और बदलावों पर चर्चा की। गेट्स ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर इस मुलाकात के बारे में बात की, जहां उन्होंने मोदी जी के साथ की गई चर्चा का उल्लेख किया।

उन्होंने इस मुलाकात में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वुमन-लेड डेवलपमेंट, DPI, एग्रीकल्चर, हेल्थ और क्लाइमेट एडॉप्टेशन, और ‘दुनिया भारत से क्या सीख सकती है’ जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। मोदी जी ने भी इस मुलाकात को ‘वंडरफुल’ बताया और उन्होंने इस अवसर पर गेट्स के संदेश का समर्थन किया।

इस मुलाकात से स्पष्ट होता है कि दोनों नेताओं के बीच विशेष विषयों पर गहरा विचार हुआ और उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में इनोवेशन के बारे में बातचीत की। इस आमने-सामने से भविष्य में भी इन विषयों पर सहयोग और उन्नति की आशा की जा सकती है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले बिल गेट्स

बिल गेट्स ने एस. जयशंकर, भारतीय विदेश मंत्री, से मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद, बिल गेट्स ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा, ‘मुझे भारत की जी-20 प्रेसीडेंसी और महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण पर बात करके काफी अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि भारत को नॉलेज और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जरिए क्रॉस-कंट्री सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।’ इस संवाद का महत्व इसे हमें यह बताता है कि भारत के विकास में विदेशी सहयोग कितना महत्वपूर्ण है, खासकर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में। इससे साफ होता है कि आज के दौर में ग्लोबल साझेदारी विकास के लिए आवश्यक है।

बिल गेट्स मंगलवार के रत को ओडिशा पहुंचे थे

बिल गेट्स ने भारतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के साथ एक मुलाकात की थी। मंडाविया ने बताया कि गेट्स ने भारत के स्वदेशी मोबाइल अस्पताल ‘भिष्म क्यूब इनिशिएटिव’ को भी देखा और उसकी सराहना की। बिल गेट्स मंगलवार रात को ओडिशा पहुंचे थे। इस दौरे पर उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और ओडिशा सरकार के अधिकारियों के साथ मुलाकात की थी।

दुनिया के 7 वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं बिल

माइक्रोसॉफ्ट के को-संस्थापक बिल गेट्स दुनिया के सातवें सबसे धनवान व्यक्ति हैं। फोर्ब्स के अनुसार, उनकी नेट वर्थ लगभग 128.1 बिलियन डॉलर यानी लगभग 10.61 लाख करोड़ रुपये हैं। बिल गेट्स ने 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की स्थापना की थी। कंपनी में वे 2000 तक CEO के पद पर रहे थे।