वर्तमान समय में साइबर ठगी काफी तेजी से चल रही है। बहुत से लोग इसका शिकार हो चुके हैं और अभी भी लगातार कई लोग इसका शिकार बनते चले जा रहें हैं। हालही में इससे जुडी एक बड़ी कबर सामने आई है। जिसमें बताया गया है की फर्जी कॉल सेंटर चला कर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र अदि राज्यों में ठगी का काम किया जा रहा था।

यह ठगी पीएम मोदी की योजना पीएम मुद्रा योजना के नाम पर की जा रही थी। फ़िलहाल पुलिस ने इस ठगी की गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है की इसने अपनी गैंग की सहायता से करोडो रुपये की ठगी की है।

दो लोगों को किया गिरफ्तार

आपको बता दें की ठगी गैंग के दो लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इन दोनों की पहचान राहुल कनोजिया, सुलतानपुर उत्तर प्रदेश तथा सिद्धांत चौहान, जिला बदायू, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया है की पीएम मुद्रा योजना के नाम पर लोन दिलाने के नाम पर देश के कई राज्यों में ठगी की जा रही है।

इस प्रकार की ठगी में जिन मोबाइल नंबरों का उपयोग किया गया था, उनके देहरादून से संचलित होने की जानकारी थी। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 7 अप्रैल को देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र से इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से 13 मोबाइल, 7 डेबिट कार्ड तथा लाखों रुपये के हिसाब किताब की 10 डायरियां बरामद की गई हैं। इसके बाद 8 अप्रैल को ठगी के इस मामले का पुलिस ने खुलासा किया है।

मथुरा से गिरफ्तार हुआ मुख्य सरगना

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया की वे दोनों दीपक राज शर्मा निवासी विशनपुर, जिला सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के गैंग से जुड़े थे। जो की उस समय मौके से फरार हो गया था। एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया की दीपक राज शर्मा को मथुरा के वृंदावन से शनिवार की रात को गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी से पूछताछ में इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों के पते भी मिले हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

12वीं पास है सरगना

एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया की मुख्य सरगना दीपक राज शर्मा ने अपने गांव के ही चुन्नीलाल इंटर कॉलेज से 12वीं पास की है। इसके बाद वह 2015 में देहरादून में नौकरी करने आया तथा वसंत विहार में उसने सुरक्षा कर्मी का के रूप में काम करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद वह एक कॉल सेंटर में काम करने लगा।

वहां यह विभिन्न कंपनियों के टॉवर लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। यहीं पर इसने ऑनलाइन ठगी के गुर सीखे। 2015 में ही सेलाकुई पुलिस ने इसको ठगी के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल से आने के बाद में इसने वसंत विहार में अपना फर्जी कॉल सेंटर खोला। 2022 में इसको फिर से साइवर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके एक माह बाद जब यह जेल से छूटा तो अपने गांव चला गया।

इसके बाद यह जून 2023 में वापस देहरादून आया और प्रेमनगर में फर्जी कॉल सेंटर खोलकर पीएम मुद्रा योजना के नाम पर ठगी को शुरू कर दिया। ठगी में मिली रकम का 50 फीसदी हिस्सा यह अपने पास में रखता था तथा बाकी का पैसा टीम में बांट देता था। इसके अलावा आरोपी दीपक शर्मा ने प्रेमनगर में ही कपड़ों की एक दुकान भी खोली तथा प्रेमनगर में ही दो प्लॉट 32 लाख रुपये में खरीदे। इन प्लाट्स पर हॉल निर्माण का काम चल रहा है। फ़िलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।