हमारे देश में साल 2022 के 1 अक्टूबर से शुरू हुई 5G सेवा की शुरूवात हुई थी। सबसे पहले Airtel ने देश के 8 बड़े शहरों से 5G इंटरनेट सेवा की शुरुआत की थी, और इसके बाद Jio ने देश के 4 बड़े शहरों में 5G नेटवर्क की टेस्टिंग शुरू की थी। लेकिन अब लगभग पूरे देश में 5G सर्विस शुरू हो चुकी हैं। अब तक आपने 5G के कई फायदों के बारे में सुना होगा, लेकिन आज हम आपको इस 5G नेटवर्क के नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं…

कनेक्टिविटी में समस्या

5G की अच्छी कनेक्टिविटी के लिए बड़े नेटवर्क की जरूरत होती है, जो अभी हर जगह उपलब्ध नहीं है। इसकी फ्रीक्वेंसी वेव्स केवल थोड़ी दूर ट्रेवल करने के बाद बंद हो जाती है और ये 5G फ्रीक्वेंसी पेड़, टावरों, दीवारों और इमारतों जैसे अवरोधों से बाधित हो जाती है। 5G की कनेक्टिविटी के लिए टावरों की संख्या को बढ़ाना आवश्यक है, जिससे इस समस्या का समाधान आसानी से हो सकता है।

अपलोड की स्पीड, डाउनलोड स्पीड से है कम

आपने ये भी एक्सपीरियंस किया होगा कि जब आप किसी वीडियो या फोटो को अपलोड करते हैं तो उसमें ज्यादा समय लगता है, लेकिन किसी भी वीडियो को डाउनलोड करने पर कम समय लगता है।

गांवों में नहीं है 5G की पहुंच

आपको बता दें कि 5G इंटरनेट की वेबलेंथ काफी कम है, इसलिए शहरों में घनी आबादी होने के कारण 5G टावर से काफी लोगों को कवर कर सकते हैं। लेकिन गांवों में इसकी स्थिति बिल्कुल विपरीत है, यानि की गांवों में 5G कनेक्टिवटी की कमी को पूरा करने और आबादी को कवर करने के लिए ज्यादा टॉवर लगवाने पड़ेंगे। इससे गांवों में रहने वाले लोगों को भी 5G सेवा का लाभ मिलेगा।

5G इंटरनेट के इस्तेमाल से घटेगी बैटरी लाइफ

5G स्पीड से मोबाइल के ज्यादातर पार्ट्स काम करते हैं, जिस वजह से मोबाइल में बैटरी की खपत ज्यादा जल्दी होती है। जिसका सीधा असर मोबाइल की बैटरी लाइफ पर पड़ता है और इसकी बैटरी लाइफ घट जाती है।

साइबर सुरक्षा का खतरा

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 5G नेटवर्क के बढ़ने से साइबर हमलों का खतरा बढ़ सकता है और लोगों को इससे काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।