वर्तमान समय में जिस प्रकार से इनकम टैक्स भरने का प्रोसेस जरुरी होता है वैसे ही अब गैस उपभोक्ताओं के लिए आधार प्रमाणीकरण आवश्यक हो गया है। आपको बता दें की इसके लिए 1 दिसंबर से शुरुआत हो चुकी है। जो की इस पूरे माह चलेगी। आधार प्रमाणीकरण न कराने पर आगामी समय में आपके गैस कनेक्शन को अवैध घोषित किया जा सकता है।

अतः उपभोक्ता को सम्बंधित गैस एजेंसी पर जाकर आधार को प्रमाणीकरण कराना होगा। इसके लिए सम्बंधित गैस एजेंसी से उपभोक्ता को मैसेज आएगा। वहीं गैस हॉकर भी गैस सिलेंडर देते समय आप से आधार प्रमाणीकरण के लिए कहेगा। आधार प्रमाणीकरण की प्रक्रिया के लिए आपकी फेस स्कैनिंग तथा फिंगर प्रिंट स्कैनिंग की जायेगी।

प्रोसेस में रहेंगी ये चुनौतियां

गांव में बड़ी संख्या में ऐसे गैस उपभोक्ता हैं जो एक एक साल तक गैस सिलेंडर नहीं भरवाते हैं। दूसरी और ऐसे भी बहुत से उपभोक्ता हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है और उन्होंने गैस कनेक्शन को किसी अन्य परिजन के नाम ट्रांसफर नहीं कराया है। इस प्रकार के भी बहुत उपभोक्ता है जिनके नाम पर गैस कनेक्शन है लेकिन वे पलायन कर लंबे समय से बाहर रहते हैं।

इस प्रकार के सभी लोगों का आधार प्रमाणीकरण कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। आपको बता दें कि 2016 से 2022 के बीच लाखों की संख्या में गैस कनेक्शन उज्जवला योजना के तहत दिए गए हैं। अतः ऐसे में यह संभव है कि किसी दूसरे के नाम का गैस कनेक्शन कोई और इस्तेमाल कर रहा हो। इसी लिए यह कार्य शुरू किया गया है ताकी आधार प्रमाणीकरण से वास्तविक स्थिति में पारदर्शिता आ सके।

जिले की स्थिति

आपको बता दें की जिले में 90% उपभोक्ताओं का अप्रूवल नहीं हो पाया है। प्रत्येक जिले में करीब 3.50 लाख उपभोक्ता हैं। जिनमें से 3.15 लाख उपभोक्ताओं का प्रमाणीकरण करना ही होगा। आपो बता दें की जो पुराने उपभोक्ता हैं। उनको भी प्रमाणीकरण कराना होगा। प्रोसेस अब शुरू हो चुका है। यदि प्रोसेस तय समय सीमातक पूरा नहीं हो पाया तो इस समय को आगे बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए उपभोक्ताओं से संपर्क भी शुरू हो गया है।