नई दिल्ली: किसान समाचार: अगर हम खेती को उन्नत तरीके से करें, तो इससे हमें करोड़ों का लाभ हो सकता है। परंतु, इसे पारंपरिक तरीके से थोड़ा अलग तरीके से करने की आवश्यकता है। अगर हम खेती के साथ-साथ पेड़ों के माध्यम से भी आय का जरिया बनाना चाहते हैं, तो सागौन के पेड़ हमें करोड़ों रुपये की आमदनी दे सकते हैं। हालांकि, इन पेड़ों को लगाने के बाद हम तुरंत पैसे नहीं कमा सकते, लेकिन कुछ सालों के इंतजार के बाद ये पेड़ हमें अच्छी रकम दे सकते हैं। इसके अलावा, पेड़-पौधे लगाना पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है।

सागौन की खेती

सागौन की खेती साधिक रूप से उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में की जाती है, और इस पेड़ को पूरी तरह से विकसित होने में लगभग 10 से 15 साल का समय होता है। इसकी लकड़ी को उसकी मजबूत स्थायित्व और सुंदरता के लिए पहचाना जाता है। बाजार में इसकी बहुत मांग है। अगर इस पेड़ को उचित वातावरण मिलता है, तो यह हर साल 1 मीटर तक बढ़ सकता है।

सागौन पौधे विशेष मान वाली मिट्टी में बड़े धैर्य से विकसित होते हैं। यह वृक्ष अत्यंत मजबूत होता है और विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु की स्थितियों को सह सकता है। इसे कम देखभाल की आवश्यकता होती है, जो इसे और भी अधिक आकर्षक बनाता है। सागौन की लकड़ी का उपयोग विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के निर्माण में किया जाता है, जैसे कि फर्नीचर, भवन निर्माण और नौकाओं का निर्माण। इसकी टिकाऊता और सुंदरता के कारण, यह बहुत ही प्रसिद्ध है।

लकड़ी बहुत महँगी है

सागौन की लकड़ी की बाजार में बड़ी मांग और उच्च कीमत है। इसकी खेती के लिए उचित हैं गर्म और भरी वर्षा वाले क्षेत्र। सागौन के पेड़ आमतौर पर 15-20 वर्षों में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं, लेकिन कुछ किसान इन्हें 30 साल या उससे अधिक समय तक उगाते हैं। पेड़ की आयु बढ़ने पर, उसकी लकड़ी का मूल्य भी बढ़ता है।

सागौन एक उष्णकटिबंधीय पेड़ है, जिसे गर्म, आर्द्र जलवायु में उगाना चाहिए। इसके लिए सालाना कम से कम 1,200 मिमी वर्षा और 10-40 डिग्री सेल्सियस का औसत तापमान चाहिए। सागौन को विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, जैसे कि अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और कम उपजाऊ मिट्टी, लेकिन यह सबसे अच्छी तरह गहरी, दोमट मिट्टी में उगता है। सागौन के पेड़ों का रोपण आमतौर पर बरसात के मौसम में होता है और प्रत्येक पेड़ के बीच 20 से 30 मीटर की दूरी होती है।

सागौन का पेड़ जितना ज्यादा पुराना होता है, उतनी ही इसकी लकड़ी की कीमत बढ़ जाती है। अनुमान के मुताबिक, कुछ एकड़ जमीन पर सागौन की खेती करके 1 करोड़ रुपये तक की कमाई की जा सकती है। (यह केवल एक अनुमान है) एक एकड़ में अधिकतम 500 पेड़ लगाए जा सकते हैं। इसकी लागत करीब 40 से 50 हजार रुपये प्रति एकड़ है। सागौन की खेती के साथ-साथ अन्य फसलों की भी खेती की जा सकती है, जिससे अतिरिक्त आय अर्जित की जा सकती है।