आपको सबसे पहले बाबा नीम करोली के बारे में बता देते हैं। बाबा नीम करोली 20वीं सदी के भारत के सुप्रसिद्ध संतों में से एक रहें हैं। भारत ही नहीं बल्कि विदेश के भी लाखों लोग उनके भक्त हैं। बाबा नीम करोली के दर्शन के लिए देश विदेश की बड़ी बड़ी हस्तियां हमेशा लालायित रहती थीं।

आपको बता दें की बाबा के भक्तो में एप्पल कंपनी के फाउंडर स्टीव जॉब्स, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्रिकेटर विराट कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा का नाम भी शामिल है। बाबा के जीवन से कई प्रकार के चमत्कार जुड़े रहें हैं हालांकि बाबा खुद को एक साधारण व्यक्ति ही मानते थे।

मानें जाते हैं हनुमान जी के अवतार

बाबा नीम करोली को उनके भक्त भगवान हनुमान का अवतार मानते हैं। लेकिन बाबा खुद भगवान हनुमान की भक्ति करते थे। बाबा ने अपने जीवनकाल में भगवान हनुमान के कई मंदिरों का निर्माण कराया है। बाबा एक साधारण व्यक्ति ही तरह ही जीवन गुजारते थे। वे किसी भी भक्त को अपने पैर तक छूने नहीं देते थे।

उनका कहना था की यदि पैर छूने हैं तो भगवान हनुमान के ही चरण स्पर्श करो, मेरे नहीं। बाबा आज अपने भौतिक शरीर में हमारे बीच नहीं हैं लेकिन कई भक्तों ने समय समय पर उनके दर्शन आज भी देश दुनिया के कई स्थानों पर किये हैं। अतः बाबा के भक्तों का मानना है की बाबा आज भी उनके साथ ही हैं।

बाबा के धन संबंधी प्रवचन

बाबा समय समय पर अपने भक्तों को जीवन संबंधी कई चीजों पर प्रवचन देते थे। आज हम बाबा के धन सम्बन्धी विचारों को आपने सामने रख रहें हैं। बाबा ने धन के संबंध में कुछ ऐसे मंत्र प्रदान किये हैं, जो किसी को भी धनवान बना सकते हैं। बाबा का कहना है की इंसान को हमेशा यह पता होना चाहिए की वह किन वस्तुओं में अपना धन खर्च कर रहा है।

धन का मानव जीवन में काफी महत्व है अतः प्रत्येक व्यक्ति को अच्छे से सोचकर ही धन को खर्च करना चाहिए। बाबा बताते हैं की किसी भी इंसान को अपनी कमाई का खुलासा कभी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर आपकी आर्थिक वृद्धि में रूकावट आने लगती है तथा लोग आपके स्तर को आंकने लगते हैं। अतः प्रत्येक व्यक्ति को अपने कमाए गए धन को हमेशा गुप्त ही रखना चाहिए।
बाबा आगे बताते हैं की यदि कोई इंसान खूब कमाई कर रहा अहइ तो उसको अपनी कमाई का एक हिस्सा जरूरतमंद लोगों को अवश्य देना चाहिए। जो व्यक्ति अपनी कमाई का एक हिस्सा जरूरतमंद लोगों को बांटता है वह हमेशा खुश रहता है। ऐसा करने से आर्थिक वृद्धि तो होती ही है साथ ही मानव को महान पुण्य की प्राप्ति भी होती है।