आपको जानकारी दे दें की बीते बुधवार को केंद्र सरकार ने मनरेगा के तहत मजदूरी बढ़ाने की घोषणा की है। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मनरेगा के तहत मजदूरों की मजदूरी को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके लिए गोवा में सबसे ज्यादा मजदूरी को बढ़ाया गया है।

आपको जानकारी दे दें की गोवा में वर्तमान मजदूरी दर में 10.56% की अधिकतम वृद्धि देखी गई है। वहीं सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सबसे कम 3.04% की वृद्धि मजदूरी दर में देखने को मिली है। इसके अलावा उत्तराखंड में भी 3.04% की वृद्धि मजदूरी दर में हुई है। सभी मजदूरी दरें 1 अप्रैल से प्रभावी होंगी।

मजदूरी की उच्चतम दर

अधिसूचना के अनुसार मजदूरी की उच्चतम दर 374 रुपये प्रति दिन हरियाणा के लिए तय की गई है। जब की सबसे कम अरुणाचल प्रदेश तथा नागालैंड के लिए तय की गई है। बता दें की यहां पर उच्चतम मजदूरी दर 234 रुपये प्रति दिन है। 2023-24 में राज्य्वार बात करें तो गोवा में 10.56% यानि 34 रुपये की बढ़ोतरी देखी गई है। अब 2024-25 के लिए गोवा में मजदूरी 356 रुपये प्रति दिन हो गई है। वर्तमान में यह 322 रुपये प्रतिदिन है। इसके अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना में मजदूरी दर में 10% की बढ़ोतरी देखी गई है।

अब बढ़कर इतनी मिलेगी मजदूरी

कर्नाटक में नई मनरेगा मजदूरी 349 रुपये प्रति दिन हो चुकी है। जब की मौजूदा दर 316 रुपये है। आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के लिए मजदूरी दर 300 रुपये तय की गई है, वर्तमान में यह 272 रुपये है। मध्य प्रदेश तथा छत्तीसगढ़ में एक ही मजदूरी दर है। यह बढ़कर 243 रुपये प्रति दिन हो जायेगी जब की मौजूदा समय में यह 221 रुपये है। इसी प्रकार से उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के लिए मजदूरी दर एक ही है। मौजूदा समय में यहां 230 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी मिलती है। अब यह बढ़कर 237 रुपये हो जायेगी।

इन राज्यों में 5% से कम हुई वृद्धि

आपको जानकारी दे दें की हरियाणा, मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, केरल, राजस्थान, लक्ष्य द्वीप में मजदूरी दर में 5% से कम वृद्धि देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए मौजूदा औसत मजदूरी दर 267.32 रुपये प्रति दिन से बढ़ाकर 285.47 रुपये प्रति दिन हो चुकी है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई रिपोर्ट के आधार पर 1 जनवरी के आकड़े के अनुसार मनरेगा के लगभग 14.28 करोड़ सक्रीय श्रमिक हैं।