नई दिल्ली। इन दिनों सोशल मीडिया पर पुराने सिक्कों की खरीदी बिक्री की खबरे ज्यादा देखने व सुनने को मिल रही है। जिसके चलते तरह तरह के ऑफर देकर लोगों को लुभाया जा रहा है इन्ही के बीच एक ठगी का मामला भी सुनने को मिल रहा है। जिसमें एक बिलासपुर के प्रॉपर्टी डीलर को एंटीक कॉइन (पुराने सिक्के) बेचने के चक्कर में पूरे छह लाख रुपए का चूना लगा है।
सोशल मीडिया में आ रही खबरों को देखते हुए डीलर ने भी अपने पास रखे पुराने नोट और सिक्कों के बदले लाखों रुपए कमाई करने का तरीका खोजा। इन सिक्कों से तगड़ी कमाई करने के लालच से दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल करके चने के लिए तैयार हो गया। खरीददार ने भी अलग अलग लालच देकर अलग-अलग बहाने बताकर पैसा जमा कराने के बारे में कहा गया। जिसके बाद से उनके एकाउंट से छह लाख रुपए की ठगी कर ली गई। अब प्रॉपर्टी डीलर पुलिस के चक्कर लगा रहा है। धोखाधड़ी का यह मामला बिल्हा थाना क्षेत्र का है।
धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ित कैलाशचंद अग्रवाल को पुराने सिक्के व नोटों को संग्रह करने का बड़ा शौक रहा हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि वे हमेशा अपने मोबाइल पर पुराने नोट और सिक्कों से संबंधित वीडियो देखते थे। इसी दौरान एक वीडियो में उन्हें पुराने सिक्कों को बेचने के लिए एक फोन नम्बर मिला।
खरीदने वाले ने उन्हें दी और दावा किया गया कि पुराने सिक्कों के बदले लाखों रुपए की कमाई की जा सकती है। उन्होंने अपने सिक्कों की कीमत जानने के लिए इंटरनेट से मिले मोबाइल पर संपर्क किया
ठगों का निकला मोबाइल नंबर, पहले वॉट्सऐप पर मंगाई तस्वीर
प्रॉपर्टी डीलर को वीडियो के माध्यम से ठगों का मोबाइल नंबर मिला, जिसमें संपर्क करने वालों ने उनसे पुराने सिक्कों और नोट की तस्वीर को वॉट्सऐप पर भेजने के लिए कहा गया। सिक्के और नोट की तस्वीर देखने के बाद फोन उठाने वाले ने सिक्के और नोट की कीमते अलग-अलग 11 लाख रुपए के करीब की रखी। इसके लिए उन्हें पहले रजिस्ट्रेशन कराने के लिए पैसे जमा कराने के लिए कहा गया। इसके बाद टैक्स सहित अलग-अलग तरह से पैसे जमा के लिए कहते रहे।
छह लाख जमा करने के बाद ठगी का हुआ अहसास
पुराने सिक्कों के बदले लाखों रुपए की कमाई करना लालच देकर ठगो ने उनसे अकाउंट में पैसे जमा कराने को कहा। इसी दौरान ठग ने उन्हें बताया कि वह आपका पैसा किसी के द्वारा भेज रहे है। उनकी गाड़ी को पुलिस ने रोक लिया है और उन्हें पैसों की जरूरत है। छह लाख रुपए देने के बाद भी जब पैसों का मांग बढ़ती गई तब उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने पुलिस से शिकायत की, जिसके बाद धोखाधड़ी का केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई।