पेटीएम, जो कि भारत में एक बहुत प्रसिद्ध कंपनी है, अपने पेमेंट मार्केट में गूगल पे और फोनपे के साथ मुकाबला करता है। हालांकि, कुछ दिनों से पेटीएम पर कई चिंताजनक आरोप लगाए गए हैं, जैसे मनी लॉन्ड्रिंग और गैंबलिंग। आरबीआई के द्वारा इसकी जांच के बाद, पेटीएम के लिए एक संकट का सामना है।

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भारतीय रिजर्व बैंक, जो पहले से ही पेटीएम के काम की नज़र रख रहा है, ने पेटीएम के खिलाफ कई कदम उठाए हैं। इसके बाद, फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट-इंडिया (FIU-IND) ने भी पेटीएम के खिलाफ कड़ा कार्रवाई की है। पेटीएम पर 5.25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, और आरोप लगाया गया है कि पेटीएम मनी लॉन्ड्रिंग और जुआ के कारोबार में शामिल था।

जानिए पूरी बात

शुक्रवार को 1 मार्च को जारी रिपोर्ट के अनुसार, फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट-इंडिया (FIU-IND) ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों के प्राप्त होने के बाद से ही पेटीएम पर कार्रवाई शुरू की थी। FIU द्वारा की गई जांच में पता चला कि पेटीएम का उपयोग गैंबलिंग मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध लेन-देन के लिए हो रहा था, जो कि इसके पेमेंट बैंक के माध्यम से किया जा रहा था। इसके परिणामस्वरूप, मॉनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत पेटीएम पर कार्रवाई की गई और उस पर जुर्माना लगाया गया।

जनवरी के आखिरी दिन, भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अहम निर्णय लिया जिसने पेटीएम सेवाओं पर गहरा असर डाला। उस आदेश के मुताबिक, पेटीएम वॉलेट और फास्ट्रेक सर्विस को 15 मार्च से बंद कर दिया जाएगा। यह समाचार कई लोगों के लिए सदमा सा था। कुछ लोगों को चिंता हो रही थी कि क्या उनका पैसा कटेगा, जबकि अन्य लोग यह जानना चाह रहे थे कि क्या अब उनको किसी और सेवा का सहारा लेना पड़ेगा। इसके बावजूद, आरबीआई ने स्पष्ट किया कि सिर्फ पेटीएम वॉलेट और फास्ट्रेक सर्विस ही बंद की जा रही है, और अन्य सेवाओं को नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके पहले कई बार कार्रवाई के लिए आरबीआई के द्वारा चेतावनियां जारी की गई थी, लेकिन फिर भी कुछ गैर कानूनी काम किया गया। यह सभी के लिए एक महत्वपूर्ण सबक है कि नियमों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है और उसके खिलाफ कार्रवाई करने की कोई जगह नहीं है।

विजय शेखर शर्मा का इस्तीफा

पिछले महीने, एक और खबर ने हमें हिला दिया था – पेटीएम के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विजय शेखर शर्मा ने अपना इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के पीछे की वजह क्या है, यह एक बड़ा सवाल बन गया है। बाजार में यह अफवाह है कि उन्हें आरबीआई के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप मिले और इसी कारण उन्होंने अपना इस्तीफा दिया। शेखर शर्मा की इस कद्र की इस्तीफा का कोई असर पेटीएम की सेवाओं और उनके उपयोगकर्ताओं पर होगा, यह देखने के लिए वक्त ही बताएगा।