राजस्थान में जब विधानसभा चुनाव थे तब अशोक गहलोत ने पीएम मोदी जी से आग्रह किया था। आप राजस्थान में चल रही किसी भी योजना को बंद नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने योजनाओं को बंद नहीं किये जाने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन भाजपा की सरकार आने के बाद कई योजनाओं में बदलाव किया गया है। योजनाओं में बदलाव करने के साथ ही कुछ योजनाओं को तो बंद भी कर दिया गया था। चिरंजीवी का नाम बदल दिया गया। इस योजना में लिमिट भी लगा दी गई।
बिजली बिल पर असर
राजस्थान में जिन उपभाक्ताओं को 100 यूनिट बिजली फ्री मिल रही है, उन्हें ही सोलर में छूट दी गई है। सोलर लगाने वाले नए उपभोक्ताओं को किसी प्रकार का कोई फ्री बिजली का फायदा नहीं मिलेगा। पहले से 100 यूनिट फ्री बिजली ले रहे उपभोक्ताओं को ही 150 यूनिट फ्री बिजली का लाभ मिलेगा। सोलर लगाने वाले उपभोक्ताओं को सिर्फ सूर्य भगवान् पर ही निर्भर रहना पड़ेगा। जितनी बिजली बनेगी उसी में काम चलाना होगा।
पीएम सोलर योजना में सब्सिडी
पीएम सोलर योजना में 2 किलोवाट तक 60 हजार रूपए की राशि मिल रही है। यह सब्सिडी खाते में आ रही है। राजस्थान सरकार ने जो 17 हजार रूपए सब्सिडी की घोषणा की थी, वह अभी तक किसी के खाते में नहीं आई। न्यूनतम 3 किलोवाट का सोलर लगाने वाले उपभोक्ता को 4 हजार रूपए महीने के बिल से छुटकारा मिल जाएगा। 4 हजार रूपए तक के बिल वाले को हमेशा के लिए बिल से छुटकारा मिल जाएगा।
