नई दिल्ली। जिन लोगों का खाता एसबीआई में है उन खाता धारकों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि भारत में रहने वाले लोगों के अलावा विदेश में रहने वाले भारतीय यानी कि एनआरआई लोग भी अपने पैसो को सेव एसबीआई में कर सकते हैं।
आपको बता दे कि एसबीआई में खाते बनाने को लेकर एनआरआई खाते और एन आर ओ खाते के लिए काफी लंबे समय से अपील कि जा रही थे जिसे लेकर अब मंजूरी मिली है। आईए जानते हैं एनआरआई लोगों के लिए खाता खुलवाने की क्या प्रक्रिया रखी गई है।
एसबीआई ने शुरू की डिजिटल सुविधा
एसबीआई ने अपने कस्टमर की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बेहतरीन डिजिटल एप शुरू किया है जिसके तहत एन आर ओ बचत खाता खुलवाना अब एनआरआई लोगों के लिए काफी असान हो जाएगा। देश का सबसे बड़ा एसबीआई बैंक है जो योनो एप की सहायता से अपने स्कीम डिजिटली लोगों तक पहुंचना है।
एसबीआई ने साफ-साफ यह जानकारी दी है कि अब ग्राहकों को नए खाते खुलवाने के लिए ज्यादा भागदौड़ करने की आवश्यकता नहीं होगी। इस स्कीम की शुरुआत एसबीआई द्वारा मुख्य रूप से नए ग्राहकों के लिए की गई है जिनका अब खाता खुलवाना आसान हो जाएगा। काफी लंबे समय से बार-बार एनआरआई ग्राहकों की आ रही मांग को देखते हुए एसबीआई ने इस फैसले को मंजूरी देदी है।
क्या है NRE और NRO
नोंन रेजिडेंट्स एक्सटर्नल यानी की गैर आवासीय बाहरी लोगों के लिए इस प्लान को शुरू किया गया है। अब NRI लोग भी विदेशो में कमाए पैसो को एसबीआई में अपना खाता खुलवा सेव कर सकते हैं।
आप बता दे इसी के साथ ही भारत में एक और निवासी है साधारण खाता भी चलता है जिसका अर्थ होता है Non Resident Ordinary। इस खाते का इस्तेमाल मुख्य रूप से एनआरआई लोग अपने लेनदेन के लिए करते हैं जैसे की किराया, ब्याज, पेंशन आदि।
अब भारत में एनआरआई लोगों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। जिसके तहत एसबीआई ने यह बयान दिया है कि डिजिटलीकृत खाता खुलवाने के लिए यह कदम उठाया है जिससे कि ग्राहकों को आसानी से और जल्दी खाता खुलवाने में मदद मिलेगी।