सांप और नेवले की लड़ाई का जिक्र आते ही हमारे मन में एक रोमांचक दृश्य उभर आता है। यह प्रकृति की उन अद्भुत घटनाओं में से एक है जो जीवन और मृत्यु के बीच के संघर्ष को दर्शाती है। सांप, जो अपने विष और फुर्ती के लिए जाना जाता है, और नेवला, जिसकी

चपलता और बुद्धिमानी उसे एक दुर्जेय प्रतिद्वंद्वी बनाती है, की यह लड़ाई शक्ति का प्रदर्शन है।
यह लड़ाई हमें प्रकृति के नियमों और जीवन के चक्र के बारे में सिखाती है। इन दोनों की लड़ाई विश्व प्रसिद्ध है, आपने शायद भले ही इन दोनों की लड़ाई नहीं देखी होगी लेकिन इनकी लड़ाई के बारे में सुना तो जरूर होगा।

इनकी लड़ाई की ख़ास बात यह है कि दोनों की लड़ाई में हमेशा नेवला ही जीतता है सांप हमेशा इस लड़ाई में हार जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस लड़ाई में हमेशा नेवला ही क्यों जीतता है और सांप ही क्यों हारता है। इसके अलावा नेवले पर सांप के विष का प्रभाव क्यों नहीं होता है। आज हम आपको इसके बारे में ही बताने जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर उठाया गया सवाल
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कोरा पर कुछ समय पहले ही एक यूजर ने इसके बारे में प्रश्न पूछा था। उन्होंने पूछा था कि आखिर नेवले और सांप की लड़ाई में नेवला ही क्यों जीतता है और नेवले पर सांप के विष का प्रभाव क्यों नहीं पड़ता है। इस प्रश्न के जवाब में अन्य कई यूजर्स ने लिखा है। इन जवाबों का सारांश हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं।

क्यों नेवले पर सापं के विष प्रभाव नहीं पड़ता
दरअसल नेवले की दृष्टि में सांप सिर्फ एक भोजन होता है। ऐसे में खुद की और अपने बच्चों की रक्षा के लिए सबसे पहले सांप ही हमला करता है। इसके बाद ही सांप और नेलवे की लड़ाई शुरू होती है। इस लड़ाई के दौरान सांप कई बार नेवले को डसता है लेकिन नेवले पर सांप के विष का जरा भी असर नहीं होता है। जिसका मुख्य कारण यह है कि नेवले के शरीर में एसिटाइलकोलिन नामक पदार्थ होता है जो सांप के विष के प्रभाव को कम कर देता है और नेवला पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। जिससे सांप और नेवले की लड़ाई में हमेशा नेवले की ही जीत होती है।