आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले सभी कार्यकर्ताओं को हृदय की गहराइयों से धन्यवाद। सभी ने पूरे जोश ओर जुनून से आए हुए श्रद्धालुओं की तन मन से सेवा की है। हर एक मोड पर सभी कार्यकर्ता किसी भी परिस्थिति से निपटने को तैयार रहे। चाहे दलदल में फंसी कार को निकालने में अपने कपड़ों को कीचड़ में करना पड़ा, तो उसमें भी पीछे नहीं हटे। युवा साथियों ने पुलिस QRT की तरह काम किया। गांव के सभी कार्यकर्ताओं का फिर से धन्यवाद। हाल निवास जयपुर से पधारे हुए सभी कार्यकर्ताओं ने भी आयोजन में तन मन धन से जिम्मेदारी को काफी अच्छे से निभाया। श्रद्धालुओं के साथ कार्यकर्त्ता भी बारिश में भीगने के बावजूद काम में लगे रहे। आयोजन को सफल बनाने में गांव के हर एक कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। महाराज श्री प्रमेंद्र नाथ जी का आशीर्वाद सभी पर बना रहे।
इस आयोजन में आस्था लेकर आये हर उस भक्त को 70% तक तुरंत आराम मिला है जो बड़े से बड़े रोग से ग्रसित था। कहा जाता है कि आस्था और भावना के अनुरूप ही भगवान अपने आशीर्वाद का पिटारा खोलते हैं। मन में गलत भावना रखकर सेवा करने वालों से स्वयं बजरंग बलि निपट लेते हैं। करीरी महागद्दी आयोजन में सभी जाती-वर्ग के लोगों ने सेवा भावना से बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। संकट मोचन हनुमान के दरबार में 31 अगस्त से पूर्व की तैयारी और महागद्दी का दिन करीरी वालों के लिए दीपावली जैसा रहा। सौभाग्य की बात है कि 31 अगस्त का दिन स्वयं हनुमान जी ने करीरी महागद्दी के लिए चुना। ऐसे आयोजन देव नगरी करीरी में हमेशा ही होते रहें और कम से कम आयोजन होने तक मत भेद भुलाकर सभी को एक ध्वज के नीचे रहना चाहिए।
संकट मोचन हनुमान जी कृपा प्राप्त करने आए भक्तों की सेवा में सभी भक्तों ने तन मन और धन से सेवा की। इस पुनीत कार्य में सभी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। पानी की सेवा में मौजूद रहे सभी 6 टैंकर मालिकों ( जगदीश जी सैनी, भगवान जी सांप, देवी सिंह जी, मदन जी टुंडक, सीताराम जी टुंडक, बंशी जी टुंडक) ने भी पैसे लेने से इंकार कर दिया। इस पुण्य के काम में हमारा भी हिस्सा होना चाहिए, इसलिए टैंकर के पैसे नहीं लेंगे। ऐसी भावनाएं सभी को धार्मिक कार्यों में सहयोग की ओर आकर्षित करती है।
राम राम हनुमान