किसान अनेक तरह की चुनौतियों का सामना करते हैं, और उनमें से एक मुख्य चुनौती नील गाय का आतंक का सामना करना है। नील गाय विशेष रूप से खेतों में खाना खाने के लिए आते हैं और खेती को तहस-नहस कर देते हैं, जिससे यह किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है।

यह नीलगाय अकेले या बड़े समूहों में खेतों में दाखिल होकर फसल को नष्ट कर देता है। किसानों की आय का मुख्य स्रोत फसलों पर निर्भर होता है, और नील गाय के हमले के कारण उन्हें अपने निवेश का नुकसान होता है।
नील गाय के आतंक को कम करने के लिए कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे कि वन्यजीव नियंत्रण, उचित प्रबंधन और किसानों को सहायता प्रदान करने के लिए सरकारी योजनाएं।

हालांकि, ये प्रयास अक्सर पर्याप्त नहीं होते हैं और किसानों को आतंक से बचने के लिए नई और प्रभावी स्ट्रैटेजीज की आवश्यकता होती है। तो इस नीलगाय से खेत को बचाने के लिए हम इस लेख में आपको एक बेहद ही आसान तरीका बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी ये समस्या बहुत आसानी से खत्म हो जाएगी और आपको किसी तरह की दिक्कत भी नहीं होगी।

इस समस्या का समाधान करने के लिए, किसानों को संगठित रूप से काम करना और सामूहिक रूप से नील गाय के आतंक का सामना करना होगा। स्थानीय समुदायों और सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर उचित प्रबंधन की रणनीतियों को विकसित करना होगा जो कि समस्या को हल करने में सहायक हो सकती हैं।

इसके अलावा आपको एक आसान सा उपाय बताने जा रहे हैं, इसके लिए आपको सिर्फ 50 रूपए खर्च करने पड़ेंगे और आपकी ये समस्या हमेशा के लिए सही हो जाएगी। तो सबसे पहले आपको एक छोटी सी टॉर्च खरीदनी पड़ेगी। इसके बाद आप खेत में लगभग आठ से दस फीट लंबा डंडा लगा दें और इस डंडे में टॉर्ट को बांध दीजिए।

इसको आप इस तरह से बांधे की हवा चलने पर यह टॉर्च हिले। इससे नीलगाय और अन्य जानवरों को लगेगा कि खेत में कोई है जिससे वो खेत में नहीं आएंगे और आपका खेत नष्ट होने से बच जाएगा व आपको किसी भी तरह का नुकसान नहीं होगा।