डायबिटीज में फलों का सेवन किसी भी रोगी के लिए एक महत्वपूर्ण विषय होता है। डायबिटीज के मरीजों को खाने पीने में काफी चीजों पर रोक लगाती होती है।

इसके अलावा डायबिटीज के रोगियों का फलों के सेवन से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न होते हैं। क्या वे फल खा सकते हैं? कितने फल खा सकते हैं और कौन सा फल खा सकते हैं और कौन से नहीं? इन प्रश्नों का सही उत्तर जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि गलत फलों का सेवन डायबिटीज को अधिक बिगड़ सकता है।

डायबिटीज के मरीजों को कुछ फलों का सेवन करना चाहिए और कुछ फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। डायबिटीज में शुगर कंट्रोल के लिए कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को संयंत्रित रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

कुछ फल जिनमें अधिक कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है, उनमें केला, अंगूर, सेब, आम, चीकू, अनार आदि, के सेवन से शुगर की मात्रा बढ़ सकती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इन फलों का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए।

तो वहीं, कुछ फल ऐसे भी होते हैं जिनमें कम कार्बोहाइड्रेट्स पाया जाता है और उन्हें डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं। जैसे कि तरबूज, तरबूज के बीज, करेला, सफेद पपीता, संतरा, आँवला, नींबू, कटहल आदि। इन फलों में कम कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं और इसलिए इन्हें मध्यम संख्या में खाना सुरक्षित होता है।

फलों में कार्बोहाइड्रेट्स के साथ-साथ विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर्स आदि भी होते हैं, जो कि सेहत के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को अपने चिकित्सक की सलाह पर फलों का सेवन करना चाहिए और सेहत के लिए फायदेमंद फलों को चुनना चाहिए।

ध्यान देने योग्य बात यह है कि फलों का सेवन अकेले में नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें अन्य पौष्टिक खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर खाना चाहिए ताकि शरीर को संतुलित पोषण मिल सके।
अगर डायबिटीज के मरीज अपने खाने-पीने में संयंत्रित रहेंगे और स्वस्थ फलों का सेवन करेंगे, तो उन्हें स्वस्थ और समृद्ध जीवन जीने में मदद मिलेगी