नई दिल्ली। कोटा में अक्सर छात्र- छात्राओं के रेप,आत्महत्या जैसी घटनाएं अक्सर सुनने को मिलती है। इसी के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनने के बाद ना केवल हॉस्टल में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे है। बल्कि कोचिंग में हो रहे कारनामों से प्रश्न उठाए जा रहे है। नाबालिग छात्रा सोमवार को अपनी मां के साथ जब इलाज कराने पंहुची थी वहां  उसे गर्भवती होने की जानकारी सामने आई। इ स बात को सुनकर मां परेशान हो गई।

जेके लोन हॉस्पिटल में इस छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया है। फिलहाल दोनों जच्चा-बच्चा स्वस्थ हैं। पहले परिजन इस बच्चे को रखना चाहते थे। लेकिन अब उन्होंने बच्चे को बाल कल्याण समिति को सौपने का फैसला लिया। हॉस्पिटल के डॉक्टर से सम्पर्क किया। फिलहाल इस मामले में अब तक परिजनों की ओर से पुलिस को कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।

जानकारी अनुसार, नाबालिग छात्रा की उम्र 16 साल की बताई जा है। वो एमपी की रहने वाली है। 2 महीने पहले ही (NEET) नीट की तैयारी करने कोटा आई थी। कुन्हाड़ी इलाके में रह रही थी। सोमवार को छात्रा को अचानक पेट का दर्द उठा तब परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे।

जांच के बाद उसके साढ़े 8 माह के गर्भ होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद छात्रा को जेके लोन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उसने बेबी को जन्म दिया। इस मामले में नाबालिग के परिजन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं।

बाल कल्याण समिति की टीम अस्पताल पहुंची

नाबालिग के गर्भवती होने की सूचना मिलने के बाद बाल कल्याण समिति की टीम काउंसलर को लेकर हॉस्पिटल पहुंची। परिजनों ने इसके बारे में किसी भी तरह का खुलासा करने से साफ इनकार कर दिया है। नाबालिग के अचेत होने के कारण उससे बात नहीं हो सकी। समिति के सदस्य वापस लौट आए।

सोमवार को भर्ती हुई थी नाबालिग

जेके लोन हॉस्पिटल में गायनिक HOD डॉक्टर भारती सक्सेना ने बताया- बालिका सोमवार (सोमवार) को एडमिट हुई थी। नॉर्मल डिलीवरी हुई। उसने एक बेबी को जन्म दिया है। पहले परिवार के लोगों ने बेबी को रखने की इच्छा जताई थी। इसके बाद उन्होने बेबी को नहीं रखने की इच्छा जाहिर की। जिस पर बाल कल्याण समिति को सूचना दी है।

पुलिस बोली- शिकायत का इंतजार

डीएसपी शंकर लाल ने बताया कि अबी तक मामले परिजनों की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नही कराई गई है। शिकायत पर जीरो नम्बर की FIR काट कर संबंधित जिले के थाने को भेज दी जाएगी।