नई दिल्ली। भक्तों के आराध्य माने जाने वाले श्रीकृष्ण के दर्शन मात्र से ही सारे कष्ट दूर हो जाते है। और उनके दर्शन करने के लिए दूर देश विदेश से लोग एकत्रित होने के लिए मथुरा आते है ऐसा ही सैलाब रविवार के दिन देखने को मिला, जब वृंदावन स्थित ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन के लिए काफी तादाद में लोग पंहुचे। भारी भीड़ के बीच मंदिर के दरबार पर जाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इस भीड़ में बच्चे बूढे और महिलाएं के भीड़ में दबने से बांकेबिहारी की जयकार की जगह चीख- पुकार सुनाई दे रही थी। मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते श्रद्धालुओं की भीड़ से भरे नजर आए। इस भीड़ के आगे प्रशासन की कोशिशें भी नाकाम नजर आ रही थीं। बच्चे, बूढ़े, महिलाएं ठाकुर श्रीबांके बिहारीजी की एक झलक पाने के लिए भीड़ में दबे नजर आ रहे थे।

मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों से भक्तों की भीड़ हिलोरें मार रही था। भीड़ में फंसे बच्चों और महिलाओं का ऐसा बुरा हाल था। जहां बच्चे दबकर बिलबिला लगे थे तो वहीं महिलाएं का भी चीख-चीखकर बुरा हाल था, एक किलोमीटर से लगी लाइन में फसे लोग बड़ी सुश्किलों का सामना करते हुए मंदिर तक पहुंचे।

श्रद्धालुओं से भर गए सारे रास्ते

ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन के लिए गेट संख्या दो और तीन के द्वार से अंदर आने के लिए लोग एक दूसरे से जूझते नजर आए। पुलिसकर्मी भीड़ को लगाम देने का हर संभव प्रयास करती रही लेकिन इसके बाद भी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही थी। मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ता भक्तों की चीखों से गूंज रहा था।  रविवार को बढ़ती भीड़ के चलते दुकानें भी बंद रही, तो वहीं वृंदावन में दिनभर जाम के हालात बने रहे।

नही हो पाएआराध्य के दर्शन 

भीड़ के कारण समय पर लोग अपने आराध्य के दर्शन से वंचित भी रह गए, और कुछ लोग जैसे-तैसे मंदिर तक पहुंचे, तो उन्हें भी बारेंबिहारी के दर्शन करने से पहले ही बाहर निकाल दिया। इसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए गए।