नई दिल्ली: कहते ही मेहनत का फल मीठा होता है। लेकिन इस मीठे फल को खाने से पहले कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है कुछ तो इन कठिनाइयों को पार कर जाते है तो कुछ टूट जाते है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा (Bhilwara) में रहने वाली एक लड़की के साथ, जिसने आरजेएस की परीक्षा में नाकामयाबी मिलने पर फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी है। जिससे पूरा परिवार को गहरा सदनमा लगा है।

दरअसल,  भीलवाड़ा (Bhilwara)  में रहने वाली आकांक्षा उर्फ खुशबू ओझा (28) नाम की लड़की अहमदाबाद से आरजेएस परीक्षा की तैयारी कर रही थी, जिसका रिजल्ट 16 अगस्त को आया था। लेकिन नाकमयाबी मिलने के चलते उसे ऐसा सदमा लगा कि वो गलत रास्ता चुनने को मजबूर हो गई।

घर पर परिवार के किसी सदस्य के ना रहने के बाद खुशबू ने पहले दो पेज का सुसाइड नोट लिखा फिर साड़ी का फंदा लगाकर फांसी में झूल गई। उस दौरान युवती के शिक्षक माता-पिता स्कूल गए थे। और भाई भी घर पर नहीं था। सोमवार के दिन आंकाशा घर पर अकेली थी।

जब स्कूल से उनके माता पिता घर पहुंचे तो दरवाजा बंद मिला। काफी खटखटाने के बाद जब दरवाजा नही खुला तो दरवाजा तोड़ा गया। जब अंदर देखा गया तो आकांशा साड़ी के फंदे से झुलते मिली। जिसकी सूचना मिलने पर सुभाषनगर थाना प्रभारी भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

लिखा था सुसाइड नोट

आकांक्षा ने मरने से पहले नोट में लिखा ” बहुत सपने देखे थे कि शायद मेहनत करुंगी तो कुछ बन जाऊंगी। बहुत बार असफल हुई पर फिर भी हिम्मत करके खड़ी हुई, लेकिन हर बार नाकामयाबी मिली। हर त्योहार को छोड़ा, हर शादी छोड़ी पर हाथ सिर्फ निराशा लगी। शायद किसी ने सही कहा है लड़की को लड़की के हिसाब से रहना चाहिए। वो घर, परिवार तक ही सिमित रहे तो ही बेहतर है।

 

हमेशा उम्मीद रखी तो की कुछ अच्छा बन जाऊं, लेकिन मेरे हाथ असफलता लगी. मैं बहुत किस्मत वाली बेटी हूं, जिसे ऐसा घर परिवार और माता-पिता मिले जिन्होने कभी साथ नहीं छोड़ा, जो मांगा वो दिया, बिना किसी आशा के, मैं बहुत किस्मत वाली बहन हूं जिसे ऐसा भाई मिला जिसने पग-पग पर डाल बन के मेरा साथ दिया।”

पुलिस ने फंदे से उतरवाया शव को नीचे

भीलवाड़ा सुभाषनगर थानाधिकारी जय सुल्तानिया ने बताया कि रमा विहार निवासी आकांशा उर्फ खुशबु 28 ने आरजेएस की परीक्षा दी थी। जिसमें वो फेल हो गई थी लगातार मिल रही असफलता को लेकर आकांशा डिप्रेशन में आ गई थी। और इसी बात के चलते सोमवार के दिन आंकाशा ने घर पर परिवार वालों के ना रहने पर मौका पाकर साड़ी का फंदा गले में डालकर फांसी लगा ली।

मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतरवा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।