वर्तमान समय में कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ जाती हैं। जिनके बारे में जानकर आप हैरान रह जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही घटना से परिचित कराने वाले हैं। घटना भैंसदेही से है। घटना में सामने आया है की एक सपेरा किंग कोबरा सांप लिए घूम रहा था। ख़ास बात यह थी की सपेरे ने अपने लाभ के लिए किंग कोबरा सांप के मुंह को फेवीक्विक से चुपकाया हुआ था। जिसके कारण सांप अपना फन खोल ही नहीं पा रहा था। इसकी जानकारी होने पर पशु प्रेमी और सर्प विशेषज्ञ शिव नरवरे ने सांप को सपेरे से छुड़ाया तथा उसको अस्पताल लेककर गए। अस्पताल में सांप का उपचार हुआ, उसका मुंह खोला गया, जिसके बाद सांप को जंगल में छोड़ दिया गया।
यह था मामला
असल में यह घटना भैंसदेही की है। यहां पर एक सपेरा अपने साथ में सांप लेकर घूम रहा था। इसकी सूचना जैसे ही पशु प्रेमी शिव नरवरे को मिली तो उन्होंने सपेरे को ढूंढना शुरू कर दिया। शिव नरवरे ने कहा है की सपेरे के पास में 5 फीट लंबा सांप था। इसके बाद में सपेरे को पकड़ कर जब पूछताछ की गई तो सपेरा वहां से भाग निकला। सांप की जांच करने पर उसके शरीर पर कई प्रकार की चोट के निशान दिखाई दिए। इसके अलावा सांप अपना मुंह भी नहीं खोल पा रहा था। इसके बाद में सांप को पशु चिकित्सालय में ले जाया गया। यहां पर डॉ. ज्योति टोप्पो ने सांप की जांच की तथा उसका उपचार किया। जिसके बाद सांप का मुंह खुल गया था।
जंगल में छोड़ा गया सांप
सांप का उपचार होने के बाद में जब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गया तो उसको जंगल में छोड़ दिया गया। इस जानकारी को वन विभाग को भी दे दिया गया। वन कर्मचारियों ने सपेरे को ढूंढने का प्रयास किया था लेकिन वह मिल नहीं पाया। यह घटना वन्य जीवों के प्रति क्रूरता का एक जीवंत उदहारण है। वन विभाग को भी इस प्रकार के कार्य करने वाले लोगों के लिए कार्यवाई की है।

