नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में वैसे तो कई बाहुबली हुए, लेकिन माफिया का नाम आते ही ज़ेहन में सबसे पहले मुख्तार अंसारी का चेहरा सामने आता है। जरायम की दुनिया में आने से पहले मुख्तार अंसारी एक सीधा-साधा स्टूडेंट था। मुख्तार अंसारी के साथ पढ़ने वाले मुख्तार को लंबू के नाम से बुलाते थे। मुख्तार अंसारी को महंगी गाड़ियों का जबरदस्त शौक था।

महंगी गाड़ियों का शौक:

जुर्म की दुनिया से राजनीति में आने के बाद मुख्तार अंसारी को महंगी गाड़ियों का शौक लग गया। मुख्तार अंसारी के गाड़ियों के कलेक्शन में एक से एक नयाब गाड़ियां हैं। मुख्तार अंसारी के काफिले के साथ पजेरो, मारुति की जिप्सी, BMW और पजेरो जैसी महंगी करें चलने लगीं। इससे पहले टाटा की सफारी कार अंसारी की पहली पसंद थी। इन सबके अलावा मुख्तार अंसारी के काफिले में चलने वाली सभी गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन नंबर 786 रहता था।

इस कार की ख्वाहिश रह गई अधूरी:

मुख्तार अंसारी के गाड़ियों के कलेक्शन में वैसे तो देसी विदेशी एक से एक कार्य हैं लेकिन मुख्तार अंसारी के ख्वाहिश थी की जेल से छूटने के बाद वह दुनिया की सबसे मशहूर SUV हमर उनके कलेक्शन में हो। लेकिन उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रह गई।

बीवी और बच्चों के पास हैं महंगी कारें:

जानकार बताते हैं की महंगी गाड़ियों का शौक रखने वाले मुख्तार अंसारी ने अपनी पत्नी को और दोनों बच्चों को एक से एक महंगी करें दे रखी है इनमें देसी कारों से लेकर विदेशी लग्जरी कर भी शामिल है। मुख्तार की पत्नी अफ़शां बेगम के पास बमव, ऑडी और मर्सडीज़ करें है तो उनके बच्चों अब्बास और उम्र के पास टोयोटा की फॉर्च्यूनर और फोर्ड की एंडेवर और BMW करें