नई दिल्ली। स्कूल कॉलेज से लेकर ऑफिसों में तो ड्रेस कोड रखना वर्जित माना गया है लेकिन अब सदन के अंदर भी लोग ड्रेस के साथ बैठे यह हैरानी वाली बात सुनने को मिलती है। लेकिन अब यह बात सच हो रही है हरियाणा विधानसभा में जहां  सदन में नया ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। हरियाणा विधानसभा में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी अब नई ड्रेस के साथ एंट्री करेंगे। जो श्रेणी के अनुसार निर्धारित किया गया है। विधानसभा स्पीकर डॉ. ज्ञानचंद गुप्ता ने इस नई परंपरा की शुरूआत आरंभ की हैं। यह ड्रेस कोड मौसम के अनुसार निर्धारित किए गए है।

ड्रेस कोड श्रेणी के अनुसार किया गया निर्धारित

हरियाणा विधानसभा में जो ड्रेस कोड बने गए है वे श्रेणी के अनुसार निर्धारित किए गए है। जिसके तहत प्रथम श्रेणी के अधिकारी गर्मियों में फार्मल पैंट-शर्ट के साथ टाई तथा सर्दियों में ब्लेजर को डालकर आएगें। ड्रेस का खर्च अधिकारी स्वयं वहन करेगें।

वही जो लोग द्वितीय श्रेणी में आते है उनमें पुरुष अधिकारी गर्मियों में सफेद कमीज और ग्रे रंग का पैंट पहनेंगे। सर्दियों में इसके साथ ग्रे रंग का ब्लेजर, प्लेन नेवी ब्लू रंग की टाई होगी। और इस  श्रेणी की महिला अधिकारी गर्मियों में पूरा लीफ ग्रीन रंग का सूट दुपट्टा डालेंगी तथा सर्दियों में इसके साथ बेज रंग का ब्लेजर या कार्डिगन डालेंगी।

तृतीय श्रेणी का ये है ड्रेस कोड

तृतीय श्रेणी में आने वाले लोग गर्मियों में ऑफ व्हाइट रंग की कमीज के साथ ग्रे ब्लू रंग की पैंट होगी। सर्दियों में ये कर्मचारी ग्रे ब्लू रंग का ब्लेजर भी पहनेंगे। वहीं महिला कर्मचारी को गर्मियों में आसमानी रंग का सूट/दुपट्टा तथा सर्दियों में इसके साथ बेज रंग का ब्लेजर/कार्डिगन डालेंगी।

ग्रुप डी के कर्मचारी

ग्रुप डी के कर्मचारी ब्लैक ग्रे रंग की पैंट-कमीज तथा सर्दियों में इसके साथ नेवी ब्लू रंग का स्वेटर डालेंगे। पुरुष सीनियर प्रतिवेदक एवं प्रतिवेदक गर्मियों तथा सर्दियों में बंद गले वाला ब्लू रंग का सूट डालेंगे तथा महिला स्टाफ लाइट ब्लू रंग की साड़ी या सूट के साथ ब्लू रंग का ब्लेजर/कार्डिगन डालेंगी।

काले रंगे के होगें जूते

इन ड्रेस कोड के साथ सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए फॉर्मल काले रंग के जूते तय किए गए हैं, जो वे अपने खर्च से खरीदेंगे। महिला स्टाफ को कुछ छूट देते हुए कहा गया है कि वे सूट और सलवार की जगह उसी रंग की साड़ी भी पहन सकती हैं। जो उन्हें अपने खर्च से खरीदनी होगी। जो भी अधिकारी/कर्मचारी पगड़ी पहनते हैं तो उनकी पगड़ी का रंग नेवी ब्लू होगा।  विधानसभा ने अपनी तरह का एक और अनूठा प्रयोग किया है। यहां सत्र की अवधि के अलावा प्रत्येक विधायक द्वारा एक महीने में तीन प्रश्न देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।