पेट्रोल पंप आज के समय में एक महत्वपूर्ण स्थान बन चुका है। लोग तेजी के साथ में वाहन खरीद रहें हैं। ऐसे में पेट्रोल-डीजल की आवश्यकता के लिए पेट्रोल पंप जरूरी है ही लेकिन यदि ऐसे समय में पेट्रोल पंप बंद हो जाएं तो समाज में हड़कंप होना लाजिमी है। आपको बता दें वर्तमान में पेट्रोल पंप संचालकों ने पेट्रोल पंप की हड़ताल शुरू कर दी है।
जिसके कारण काफी ज्यादा लोग परेशान हैं। यह हड़ताल वैट में कटौती तथा डीलर्स के कमीशन के विरोध में राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने की है। इसी चीज को लेकर वर्तमान में पेट्रोल पंप संचालकों और राज्य सरकार में झगड़ा चल रहा है। बता दें की पेट्रोल पंप संचालकों ने यह हड़ताल 2 दिन तक जारी रखने की घोषणा की है। अतः दो दिन राजस्थान के लोगों को परेशानी में गुजारने ही होंगे।
घोषणा पर नहीं हुआ निर्णय
इस हड़ताल के बारे में बात करते हुए राजस्थान पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने कहा है की पीएम नरेंद्र मोदी ने वैट कम करने की घोषणा की थी लेकिन इस पर आजतक कोई निर्णय नहीं हुआ है। आगे उन्होंने कहा की इन हालातों में पडोसी राज्यों की अपेक्षा राजस्थान में ही सबसे ज्यादा महंगा पेट्रोल मिल रहा है। इसी कारण हम लोगों ने फैसला किया है की 10 मार्च सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रखेंगे तथा 11 मार्च को सचिवालय का घेराव भी किया जाएगा।
नहीं हो रही सुनवाई
आपको बता दें की पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है की बढ़ते वैट के कारण अब पेट्रोल पंप संचालक काफी ज्यादा घाटा उठा रहें हैं। हम लंबे समय से वैट को कम करने की बात को उठाते रहें हैं लेकिन सरकार की और से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। पेट्रोल पंप संचालकों का कहना यह भी है की पिछले 7 साल से पेट्रोल पंप संचालकों के कमीशन में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। इस कारण राजस्थान के कई पेट्रोल पंप अब बंद होने की कगार पर आ खड़े हुए हैं।
पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है की विधान सभा चुनाव से पहले बीजेपी सरकार के लोग वैट कम करने की बात करते थे लेकिन अब ये लोग अपनी इस बात को भूल चुके हैं। अब हमने हड़ताल करने का निर्णय लिया है। कुल मिलाकर अब यह कहा जा सकता है की राजस्थान के लोगों को अगले दो दिन तक समस्या का सामना करना ही पडेगा।