आपको मालूम होगा ही अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुए लगभग 2 माह हो गए हैं। लेकिन भगवान की राम की प्रतिमा को निर्मित करने वाले अरुण योगीराज का कहना है की वे न तो अभी तक को आत्मसात कर पाएं हैं और न ही आराम कर पाएं हैं। वे अपने अनुभवों पर बात करने के लिए देश के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों का दौरा कर रहें हैं।

उन्हें काफी कॉल और मैसेज मिल रहें हैं, जिनका वे जवाब दे रहें हैं। अपने एक इंटरव्यू में अरुण योगीराज ने बताया की उनका नाम इस प्रतिमा का निर्माण करने वाले लोगों की शॉर्टलिस्ट में भी नहीं था। उन्हें अंतिम निर्णय लेने से पहले मंदिर ट्रस्ट द्वारा गठित समिती के सामने एक प्रस्तुति देने के लिए बुलाया गया। प्रतिमा का निर्माण करने वाले तीन कलाकारों में से जब उन्हें चुना गया तो उन्हें बड़ा झटका लगा था।

एक फोन से बदल गई किस्मत

आपको बता दें की प्रतिमा का निर्माण करने के लिए तीन कलाकारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। देश से लगभग दर्जनभर मूर्तिकारों को समिति के सामने अपनी प्रस्तुति देने के लिए बुलाया गया था। योगीराज कहते हैं की वे शॉर्टलिस्ट लोगों में नहीं थे लेकिन समिति की बैठक से ठीक एक दिन पहले इंद्रा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सच्चिदानन्द जोशी ने उन्हें फोन किया। आपको बता दें की योगीराज का काम उस समय लोगों की नजर में आया जब इंडिया गेट पर लगाईं गई सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा तथा केदारनाथ में लगाईं गई शंकराचार्य की प्रतिमा को उन्होंने बनाया और पीएम मोदी ने इनका अनावरण किया।

नृपेंद्र मिश्रा ने समझाया

आपको बता दें की जून 2023 में योगीराज ने प्रतिमा को तराशने का कार्य शुरू कर दिया था। अगस्त तक उन्होंने प्रतिमा का 70 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया था तथा तब निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने उन्हें दिल्ली चलने के लिए कहा और समझाते हुए कहा की रामलला की प्रतिमा को बनाना एक महान कार्य है और वे इसके लिए राष्ट्र के प्रति जवाबदेह हैं। उन्होंने आगे कहा की अभी भी आपके पास में दो माह है इसलिए आप नए पत्थर पर कार्य को शुरू कर सकते हैं।

इसके बाद योगीराज ने फिर से नए पत्थर पर कार्य शुरू किया तथा दो माह में ही वे प्रतिमा को बनाने में सक्षम हो गए। योगिराज उन्होंने कई छोटे मोटे कार्य किये थे। जिससे उन्हें प्रति मूर्ति 1500 से 2000 रुपये तक की कमाई हो जाती थी। वे कहते हैं की मैं हमेशा सोचता था की मुझे बड़ा काम कब मिलेगा। लेकिन मुझे पता नहीं था की मेरे लिए कुछ ऐसा होने वाला है।